Akash Deep Comment on Oval Test: ओवल टेस्ट भारत की हालिया यादों में सबसे कठिन और रोमांचक जीतों में से एक के रूप में दर्ज हो गया. महज 6 रन से मिली इस जीत ने न सिर्फ एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी को 2-2 से बराबरी पर खत्म किया, बल्कि भारतीय टीम के जज्बे और दबाव में प्रदर्शन करने की क्षमता को भी साबित कर दिया. तेज गेंदबाज आकाश दीप के लिए आखिरी दिन का मतलब था यकीन, दबाव और सही जगह गेंदबाजी. उन्होंने एक इंटरव्यू में बातचीत करते हुए कहा, “हमारा विश्वास था कि अगर इंग्लैंड के 1-2 विकेट जल्दी निकाल लें, तो वे दबाव में आकर जल्दी-जल्दी विकेट खोते हैं. योजना बस यही थी कि सही एरिया में गेंद डालें, और वही हुआ.”
मैच में उतार-चढ़ाव और भारतीय वापसी
इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी और भारत को 153/6 तक धकेल दिया. करुण नायर (57 रन, 109 गेंद, 8 चौके) और वाशिंगटन सुंदर (26 रन, 55 गेंद, 3 चौके) की 58 रन की साझेदारी भारत की पहली पारी का सबसे अहम हिस्सा रही. गस एटकिंसन ने 5 विकेट और जोश टंग ने 3 विकेट लेकर भारत को 224 पर समेटा.
दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज (4/86) और प्रसिद्ध कृष्णा (4/62) की घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 247 रन पर रोक दिया. हालांकि जैक क्रॉली (64 रन, 57 गेंद, 14 चौके) और बेन डकेट (43 रन, 38 गेंद) की तेज शुरुआत और हैरी ब्रूक (53 रन) के अर्धशतक ने मेजबानों को कुछ समय तक मजबूत स्थिति में रखा. इंग्लैंड को 23 रन की बढ़त मिली.
भारत की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल (118 रन, 164 गेंद, 14 चौके, 2 छक्के), आकाश दीप (66 रन, 94 गेंद, 12 चौके), रवींद्र जडेजा (53 रन) और वाशिंगटन सुंदर (53 रन, 46 गेंद, 4 चौके, 4 छक्के) ने बेहतरीन योगदान दिया. सुंदर ने आखिरी विकेट पर प्रसिद्ध कृष्णा के साथ अहम साझेदारी की, जिसमें सारा स्कोर सुंदर ने ही बनाया. भारत ने 396 रन बनाए और इंग्लैंड के सामने 374 रन का विशाल लक्ष्य रख दिया.
रोमांचक आखिरी दिन और 6 रन की जीत

चौथी पारी में भारत ने तेज शुरुआत की और इंग्लैंड को 106/3 पर ला दिया. लेकिन हैरी ब्रूक (111 रन, 98 गेंद, 14 चौके, 2 छक्के) और जो रूट (105 रन, 152 गेंद, 12 चौके) की 195 रन की साझेदारी ने भारतीय खेमे में चिंता बढ़ा दी. चौथे दिन का अंत इंग्लैंड के 317/4 पर हुआ और आखिरी दिन उन्हें जीत के लिए सिर्फ 57 रन चाहिए थे, जबकि 6 विकेट हाथ में थे.
आकाश दीप ने बताया कि उस समय ड्रेसिंग रूम में दबाव चरम पर था, लेकिन उसी दबाव ने टीम को आक्रामक और सतर्क बना दिया. आखिरी सेशन में सिराज (5/104) और प्रसिद्ध कृष्णा (4/126) ने कमाल किया. इंग्लैंड की टीम 367 पर ऑल आउट हो गई और भारत ने महज 6 रन से मैच जीत लिया.
आकाश दीप ने यह भी कहा, “भीड़ का माहौल पूरी तरह बदल गया था. पहले इंग्लैंड के लिए चीयर कर रहे थे, लेकिन फिर हमारे लिए. थकान के बावजूद उनकी ऊर्जा ने हमें जोश भर दिया.”
यह जीत भारत के टेस्ट इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ गई, जो न सिर्फ स्कोरबोर्ड बल्कि खिलाड़ियों के हौसले में भी हमेशा याद रखी जाएगी.
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