फोर्ट लौडरडेल (अमेरिका) : अमेरिकी धरती पर हुए पहले अंतर्राष्ट्रीय टी-20 मैच में शनिवार को वेस्टइंडीज ने बेहद रोमांचक मुकाबले में भारत को एक रन से हरा दिया. लोकेश राहुल का नाबाद शतक भी भारत को इस हार से ऊबार नहीं सका. इस हार के बाद राहुल ने कहा कि उनकी टीम ने अंतिम गेंद तक जुझारुपन जारी रखा था जो लक्ष्य हासिल करने का विश्व रिकार्ड भी बन सकता था. राहुल ने कहा कि एक रन की हार से यही सबसे बडी सकारात्मक चीज यही रही कि खिलाडियों ने अंत तक हार नहीं मानी. राहुल ने 46 गेंद में अपना पहला ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक जडा था और 110 रन बनाकर नाबाद रहे थे जिसमें 12 चौके और पांच छक्के शामिल थे. भारतीय टीम कल 246 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए मैच में महज एक रन से हार गयी थी.
इसके बाद राहुल ने कहा, ‘‘हारना काफी निराशाजनक रहा लेकिन यह देखना अच्छा रहा कि हमने बीच में ही हार नहीं मानी.’ उन्होंने कहा, ‘‘वेस्टइंडीज ने हमें बडा लक्ष्य दिया था. हमने ड्रेसिंग रुम में बात की कि हम अंत तक जीतने की कोशिश करेंगे और जिस तरह से सभी ने प्रदर्शन किया, वह देखना अच्छा था. ‘ कप्तान महेंद्र सिंह धौनीनी :43: के साथ अपनी साझेदारी और अंतिम ओवर में महज आठ रन से दूर होने के बावजूद भारत को जीत नहीं दिला पाने के बारे में बात करते हुए राहुल ने कहा कि यह निराशाजनक था.
उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही वह क्रीज पर उतरे, मैं जानता था कि वह मुझे काफी दौडायेंगे. जब तक वह आये थे तो मैं पहले ही काफी थक चुका था. लेकिन वह मुझे प्रेरित करते रहे और जैसा कि मैंने कहा कि हमनं क्रीज पर चीजें सरल रखीं. हमें प्रति ओवर 13 रन की जरुरत थी. ‘ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने कहा कि अगर हम 16वें ओवर तक 11-12 रन भी हासिल कर लेंगे तो ठीक रहेगा क्योंकि हम अंत के दो तीन ओवरों में ज्यादा रन बना सकते हैं. यही योजना थी और हम अच्छी तरह खेलते रहे। लेकिन दुर्भाग्यशाली रहे. ‘