नयी दिल्ली : भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आज साफ किया कि वह निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं. 34 साल के धौनी ने दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के बीच में अपने टेस्ट करियर से संन्यास की घोषणा कर दी थी.
धौनी ने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 में शुरुआती विश्व टी20 और 2011 विश्व कप में दो विश्व खिताब दिलाये थे, इसके अलावा टीम ने टेस्ट रैंकिंग में भी शिखर को छुआ था. वह दोबारा से वही ट्राफी बरकरार रखने पर निगाह लगाये हैं, जिसे उन्होंने नौ साल पहले दक्षिण अफ्रीका में जीता था. धौनी ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘एशिया कप टी20 और विश्व टी20 के बाद इंडियन प्रीमियर लीग होगी .
इसके बाद टीम ज्यादातर टेस्ट क्रिकेट खेलेगी और करीब पांच से छह वनडे खेलेगी, जो जल्द ही खत्म हो जायेंगे. ” विश्व टी20 आठ मार्च से शुरु होकर तीन अप्रैल को खत्म होगा. धौनीने ऑस्ट्रेलिया में टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज और हाल में श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज जीतकर अपनी कप्तानी की चिंताओं को पीछे छोड दिया था. लेकिन बल्ले के साथ उनका प्रदर्शन सूखा ही रहा और वह फिर से वही पुरानी फार्म हासिल करने की कोशिश में जुटे हैं.
धौनी ने कहा, भारतीय टीम ‘आटो पायलट’ स्थिति में
घरेलू सरजमीं और विदेशों में हाल में मिली सफलता से आत्मविश्वास से भरे भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धौनीने आज कहा कि उनकी टीम ‘आटो पायलट’ स्थिति में है और आगामी आईसीसी विश्व ट्वेंटी20 के लिए अच्छी लय में आ रही है. भारत ने हाल ऑस्ट्रेलिया में 3-0 से क्लीनस्वीप करने के बाद घरेलू सरजमीं पर श्रीलंका को 2-1 से हराया जिससे धौनीकी अगुआई में 2007 पहली बार हुए इस टूर्नामेंट को जीतने वाला भारत एक बार फिर खिताब का प्रबल दावेदार है.
धौनीने कहा, ‘‘हमने हाल में ऑस्ट्रेलिया और घरेलू सरजमीं पर टी20 मैच खेले हैं. टीम अच्छा प्रदर्शन कर रही है. इसलिए आप कह सकते हैं कि टीम आटो पायलट की स्थिति में है. चोटों को दूर रखना होगा. अगर सभी खिलाडी फिट हों और सभी खिलाडी फार्म में हों तो यह टीम के लिए अच्छा है.” धौनीविशेष तौर पर अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उम्मीद करते हैं कि वे आठ मार्च से शुरु हो रही इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. धौनीने कहा कि उनके गेंदबाज एकदिवसीय मैचों की तुलना में टी20 में बेहतर स्थिति में हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक टी20 का सवाल है, हमारी गेंदबाजी काफी अच्छी है. और साथ ही अगर आप इसकी तुलना 50 ओवरों के प्रारुप से करो तो यह कुछ अलग है. क्योंकि 20 ओवर के मैच में आपको पता है कि एक या दो गेंद के बाद बल्लेबाज बडा शाट खेलना चाहेगा, वे आक्रामक क्रिकेट खेलेंगे और आप उसके अनुसार अपनी योजना बना सकते हो
धौनीने कहा, ‘‘50 ओवर के प्रारुप में हम कभी कभी दबाव बनाने की बात करते हैं और जब हम बाहर के बाहर खेल रहे हों तो अगर बीच के ओवरों में अगर विकेट नहीं मिलते तो दबाव बन जाता है, विशेषकर स्पिनरों पर और इसके बाद स्लाग ओवरों में तेज गेंदबाजों पर.”
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हम कह सकते हैं कि 50 ओवरों के प्रारुप में डेथ गेंदबाजी में हमारे प्रदर्शन में काफी निरंतरता नहीं है. टी20 में फिलहाल हम काफी अच्छा कर रहे हैं. डेथ ओवरों में गेंदबाजी में निरंतरता सभी देख सकते हैं या भारत में और बाहर पहले छह ओवरों में गेंदबाजी में. कुल मिलाकर गेंदबाजी आक्रमण काफी संतुलित है.” धौनी ने जोर देकर कहा कि टीम को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभी हमें किसी को टीम से बाहर करना पडता है जिससे कि टीम का संतुलन बरकरार रहे. अगर कोई खिलाडी बीमार है या दो मैचों के लिए चोटिल हो जाता है तो भी हमें सुनिश्चित करना होता है कि उसका विकल्प टीम में हो.” विश्व टी20 के लिए पाकिस्तान की टीम के अलग होने पर धौनीने कहा कि उसमें कई नये चेहरे होंगे. आक्रामकता के संदर्भ में धौनीने कहा कि जब आक्रामक क्रिकेट का सवाल हो तो भारत कभी पीछे नहीं रहता.