एडीलेड : विराट कोहली की अपने प्रिय मैदान पर खेली गयी शतकीय पारी और महेंद्र सिंह धौनी की ‘फिनिशर’ की अपनी भूमिका के साथ किये गये पूरे न्याय से भारत ने मंगलवार को यहां दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर तीन मैचों की शृंखला 1-1 से बराबर करायी.
लक्ष्य का पीछा करने के मामले में दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों ने जब अपना कमाल दिखाया तो भारत के लिये 299 रन के लक्ष्य को बौना साबित करना आसान हो गया. कोहली ने 112 गेंदों पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 104 रन बनाये जबकि पिछले मैच में अपनी धीमी बल्लेबाजी के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे धौनी ने 54 गेंदों पर नाबाद 55 रन की पारी खेली और विजयी शॉट लगाकर वापस लौटे.
भारत ने चार गेंद शेष रहते ही चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया. भारत की इस जीत में तेज गेंदबाजों भुवनेश्वर कुमार (45 रन देकर चार) और मोहम्मद शमी (58 रन देकर तीन) की भूमिका भी अहम रही जिन्होंने आखिरी चार ओवरों में न सिर्फ न सिर्फ रन गति पर रोक लगायी बल्कि इस बीच शॉन मार्श और ग्लेन मैक्सवेल सहित चार विकेट भी लिये.
मार्श के 131 रन और ग्लेन मैक्सवेल की 37 गेंदों पर 48 रन की उपयोगी पारी से ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती झटकों से उबरकर नौ विकेट पर 298 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था. मार्श ने अपनी पारी में 11 चौके और तीन छक्के लगाये. कोहली का एडीलेड ओवल के प्रति पुराना प्यार जाग उठा.
भारतीय कप्तान ने इस मैदान पर अपना पांचवां अंतरराष्ट्रीय शतक पूरा किया. उन्होंने तब जिम्मेदारी संभाली, जबकि शिखर धवन (28 गेंदों पर 32 रन) तेजतर्रार शुरुआत देकर पवेलियन लौट गये थे. बायें हाथ के इस बल्लेबाज को जैसन बेहरनडार्फ ने मिड आफ पर कैच कराया. कोहली को ऐसे मौके पर पारी संवारनी थी और रनगति भी बनाये रखनी थी.
रोहित शर्मा (52 गेंदों पर 43 रन) और धवन ने पहले विकेट के लिये 47 रन जोड़े थे. रोहित ने इस साझेदारी के दौरान दर्शक की भूमिका निभायी थी, उन्होंने बाद में हाथ खोले और पीटर हैंडसकांब के बेहतरीन प्रयास से कैच आउट होने से पहले कोहली के साथ दूसरे विकेट के लिये 54 रन जोड़े.
कोहली ने किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखायी. रोहित के बाद उन्होंने अंबाती रायुडु (36 गेंदों पर 24 रन) के साथ भी 59 रन की साझेदारी निभायी, लेकिन दर्शकों को क्रिकेट का असली आनंद तब देखने को मिला जब कोहली और धौनी क्रीज पर थे. इन दोनों ने चौथे विकेट के लिये 82 रन जोड़े.
कोहली बेहरनडार्फ और नाथन लियोन पर छक्के लगाये तथा 108 गेंदों पर वनडे में 39वां और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 64वां शतक पूरा किया. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक शतक लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर (100) और रिकी पोंटिंग (71) के बाद तीसरे स्थान पर पहुंच गये हैं.
कोहली ने इसके बाद हालांकि जाय रिचर्डसन की गेंद फ्लिक करके डीप मिडविकेट पर कैच दे दिया जिससे मैच रोमांचक स्थिति में पहुंच गया. जब वह आउट हुए तो भारत को 38 गेंदों पर 57 रन चाहिए थे. धौनी और दिनेश कार्तिक (14 गेंद पर नाबाद 25) क्रीज पर थे.
इन दोनों ने फिनिशर की अपनी भूमिका से न्याय करते हुए टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया. धौनी ने पहले लियोन पर छक्का जड़ा और जब आखिरी ओवर में सात रन की दरकार थी तब बेहरनडार्फ की पहली गेंद छह रन के लिये भेजी. इससे उन्होंने अपना 69वां अर्धशतक भी पूरा किया. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपने दोनों सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच (छह) और एलेक्स कैरी (18) के विकेट जल्दी गंवा दिये.
भुवनेश्वर ने फिंच को पवेलियन जबकि कैरी ने शमी के बाउंसर पर मिडविकेट पर धवन को कैच थमाया. इसके बाद मार्श और उस्मान ख्वाजा (21) क्रीज पर आये जिन्होंने 65 गेंद में 56 रन जोड़े. खतरनाक होती इस साझेदारी को रविंद्र जडेजा ने तोड़ा जिनके सटीक थ्रो पर ख्वाजा 19वें ओवर में रन आउट हो गये.
मार्श ने बीच के ओवरों में सिराज की गेंदों की जमकर धुनाई की. सिराज ने दस ओवर में 76 रन दिये. वह करसन घावरी (11 ओवर में 83 रन, इंग्लैंड के खिलाफ 1975 में) के बाद अपने पदार्पण मैच में सबसे महंगे भारतीय गेंदबाज बन गये हैं. ऑस्ट्रेलिया के विकेट हालांकि नियमित अंतराल पर गिरते रहे.
हैंडसकांब (20) को 28वें ओवर में जडेजा ने चकमा दिया और धौनी ने स्टम्पिंग करने में कोई चूक नहीं की. हैंडसकांब ने हालांकि मार्श के साथ चौथे विकेट के लिये 52 रन जोड़कर ऑस्ट्रेलिया को 22वें ओवर में 100 रन के पार पहुंचाया. मार्श ने मार्कस स्टोइनिस (29) के साथ पांचवें विकेट के लिये 55 रन जोड़े.
शमी ने 37वें ओवर में स्टोइनिस को पवेलियन भेजा जिसके बाद मैक्सवेल क्रीज पर आये। मैक्सवेल ने पांच चौके और एक छक्का लगाकर ऑस्ट्रेलिया को 200 रन तक पहुंचाया. इस बीच मार्श ने 108 गेंदों में अपना शतक पूरा किया.
सिराज का दिन खराब रहा जो दो बार मैक्सवेल का विकेट लेने से चूके. पहले 44वें ओवर में डीआरएस पर पगबाधा का फैसला बदल गया. इसके बाद 47वें ओवर में रोहित शर्मा ने एक्स्ट्रा कवर में उनका मुश्किल कैच छोड़ा.
भुवनेश्वर ने 48वें ओवर में मैक्सवेल और मार्श को आउट किया जिससे ऑस्ट्रेलिया 300 रन के पार नहीं पहुंच सका. आखिरी तीन गेंद में हालांकि नाथन लियोन ने 10 रन बनाकर टीम को उसके करीब पहुंचा दिया.
टीमें
भारत: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, विजय शंकर, खलील अहमद, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज में से.
आस्ट्रेलिया : आरोन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी, उस्मान ख्वाजा, शान मार्श, पीटर हैंड्सकोंब, मार्कस स्टोइनिस, ग्लेन मैक्सवेल, नाथन लियोन, पीटर सिडल, झाय रिचर्डसन , मिशेल मार्श, बिली स्टानलेक, एस्टोन टर्नर, एडम जाम्पा और जेसन बेहरेनडोर्फ.