मीरपुर: अजिंक्य रहाणे और लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे रोबिन उथप्पा के अर्धशतकों की मदद से भारत ने वर्षा से प्रभावित पहले एकदिवसीय मैच में आज यहां बांग्लादेश को डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर सात विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली.
बांग्लादेश ने कप्तान मुशफिकुर रहीम (59) और साकिब अल हसन (52) के अर्धशतकों की मदद से नौ विकेट पर 272 रन का प्रभावी स्कोर खडा किया था. अनामुल हक (44) और महमूदुल्लाह (41) ने भी टीम की ओर से उपयोगी पारियां खेली. इससे जवाब में जब भारतीय टीम 16.4 ओवर में एक विकेट 100 रन बनाकर मजबूत स्थिति में दिख रही थी तब बारिश गई और दो घंटे से अधिक समय तक खेल रुका रहा.
बारिश रुकने पर भारत को डकवर्थ लुईस पद्धति के आधार पर 26 ओवर में 150 रन बनाने का लक्ष्य मिला जो उसने रहाणे (64) और उथप्पा (50) के अर्धशतकों की मदद से 24.5 ओवर में तीन विकेट पर 153 रन बनाकर हासिल कर लिया.
लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रहाणे और उथप्पा ने पहले विकेट के लिए 99 रन जोडकर तूफानी शुरुआत दिलाई. रहाणे ने 70 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के मारे. उथप्पा ने अपनी तेजतर्रार पारी के दौरान सिर्फ 44 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के मारे.
बारिश के कारण भारतीय बल्लेबाजों की लय टूटी जबकि बांग्लादेश के अंपायर इनामुल हक मोनी ने भी खराब फैसले दिए लेकिन अंबाती रायुडू (नाबाद 16) और कप्तान सुरेश रैना (नाबाद 15) ने भारत को लक्ष्य तक पहुंचा दिया. लगभग छह साल बाद टीम में वापसी कर रहे उथप्पा दुर्भाग्यशाली रहे जब साकिब की गेंद पर अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया जबकि गेंद उनके बल्ले से लगने के बाद पैड से टकराई थी.
आइपीएल सात के दौरान शानदार फार्म में दिखे उथप्पा ने हालांकि साकिब के अलावा बायें हाथ के स्पिनर अब्दुल रज्जाक और तेज गेंदबाज जियाउर रहमान भी छक्के जडकर अपने तेवर दिखाए. चेतेश्वर पुजारा (00) भी अंपायर मोनी के खराब फैसले का शिकार हुए. उन्हें भी पगबाधा आउट दिया गया जबकि गेंद थाई पैड पर लगी थी और विकेटों के उपर से जा रही थी.
रहाणे ने इसके बाद 60 गेंद में अपना छठा एकदिवसीय अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद मशरेफ मुर्तजा का शिकार बने. रायुडू को धीमे गेंदबाजों के सामने जूझना पड़ा लेकिन रैना ने महमूदुल्लाह पर लगातार दो चौके जडकर टीम को जीत दिला दी. इससे पहले तेज गेंदबाज उमेश यादव की अगुवाई वाले अनुभवहीन भारतीय आक्रमण के खिलाफ बांग्लादेश के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया.
यादव ने नौ ओवर में 48 रन देकर तीन विकेट हासिल किये। पदार्पण कर रहे परवेज रसूल (60 रन देकर दो विकेट) ने शीर्ष क्रम में दो महत्वपूर्ण विकेट चटकाये जबकि अमित मिश्रा (55 रन देकर दो विकेट) को अंत में दो विकेट मिले.
मैच में भारत के सबसे अनुभवी गेंदबाज यादव थे जिन्हें 28 मैच खेलने का अनुभव है. मिश्रा को 23 और मोहित शर्मा को पांच मैचों का अनुभव है जबकि रसूल और अक्षर पटेल अपना पहला मैच खेल रहे थे लेकिन इस अनुभवहीन आक्रमण ने इस निर्जीव पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया जिस पर 300 से ज्यादा रन के स्कोर की उम्मीद थी. बांग्लादेश के सीनियर सलामी बल्लेबाज तमिम इकबाल (शून्य) को उमेश ने चौथे ओवर की अंतिम गेंद पर विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों कैच आउट कराया.
अनामुल हक बिजॉय (44) ने पांचवें ओवर में मोहित शर्मा पर दो चौके जमाये लेकिन मोमिनुल हक (06) यादव की गेंद पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे. कप्तान रहीम और अनामुल ने सतर्कता से खेलते हुए तीसरे विकेट के लिये 52 रन की भागीदारी निभायी.
पिच थोडी धीमी थी लेकिन गुजरात के युवा गेंदबाज पटेल ने गेंदबाजी में जरा भी वैरिएशन नहीं दिखायी. उन्होंने ज्यादातर समय सपाट गेंदबाजी की. भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले जम्मू कश्मीर के पहले क्रिकेटर रसूल ने अपनी गेंद में तेजी से रफ्तार बदलकर बल्लेबाजों को हैरान किया. उनकी गेंद पर अंबाती रायुडू ने अनामुल का कैच लपका, जिन्होंने 60 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में सात चौके जमाये.
साकिब के साथ अच्छी बल्लेबाजी कर रहे रहीम ने 56 गेंद में तीन चौके और तीन छक्के से 15वां वनडे अर्धशतक बनाया. रसूल की गेंद पर अंजिक्य रहाणे ने मिड ऑफ में उनका आसान सा कैच लपका. साकिब और महमूदुल्लाह रियाध (41) ने फिर अगले 11 ओवर में 65 रन जोडे. साकिब ने 52 गेंद में अपना 26वां अर्धशतक पूरा किया जिसमें रसूल की गेंद पर डीप मिड विकेट के उपर लगा गगनचुंबी छक्का और गेंदबाज के सिर के उपर से गया चौका भी शामिल था.
उन्होंने रैना और मोहित की गेंद पर दो और बाउंड्री लगायी थी, लेकिन वह भारतीय कप्तान को आसान रिटर्न कैच देकर पवेलियन पहुंचे. इसके बाद महमूदुल्लाह को मिश्रा ने आउट किया. इसके बाद जल्दी दो विकेट गिरने से बांग्लादेश का स्कोर आठ विकेट पर 235 रन हो गया. लेकिन मशरेफ मुर्तजा (18) और अब्दुर रज्जाक (16) ने सुनिश्चित किया कि टीम सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच जाये.