नयी दिल्ली : टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस समय अपने टॉप फॉर्म से गुजर रहे हैं. क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में उनका बल्ला आग उगल रहा है. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में कोहली ने दोहरे शतक जमाकर एक साथ कई रिकॉर्डों पर अपना कब्जा जमा लिया.
टेस्ट में उन्होंने रिकॉर्ड पांचवां दोहरा शतक जमाया कर सर डॉन ब्रेडमैन के रिकॉर्ड को तोड़ा, तो टेस्ट में अपना 19वां टेस्ट शतक पूरा कर कप्तान के रूप में 12वां शतक जड़ते हुए सुनील गावस्कर के 11 शतक को पीछे छोड़कर भारत की ओर से सबसे अधिक टेस्ट शतक जड़नेवाले कप्तान बने.
बहरहाल यहां बात एक शख्स की हो रही है, जिसने विराट कोहली के साथ आज से 9 साल पहले वर्ल्ड कप जीता था और अब जाकर उन्हें टीम में जगह मिली है. जी हां, आपने सही समझा, उस शख्स का नाम सिद्धार्थ कौल है. पंजाब के इस तेज गेंदबाज को श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया में शामिल किया गया है. अगर उन्हें मैदान पर उतरने का मौका मिलता है तो वो मैच उनका वनडे में डेब्यू होगा.
संयोग की बात है कि कौल 9 साल पहले कोहली की ही कप्तानी में खेला था और वर्ल्ड कप हासिल करने में बड़ी भूमिका निभायी थी और आज पहली बार उन्हें टीम इंडिया में अगर जगह मिली भी तो कोहली की ही कप्तानी में. सिद्धार्थ कौल ने 2008 में अंडर 19 विश्व कप के फाइनल में कुआलालंपुर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पारी का अंतिम ओवर फेंककर विराट कोहली कप्तानी में खेल रहे भारत को खिताबी जीत दिलाई थी.
* मैच रैफरी ने खुशखबरी दी
सिद्धार्थ कौल को रणजी ट्राफी मैच के दौरान मैदानी अंपायरों ने भारतीय एकदिवसीय टीम में पहली बार चुने जाने की खबर दी. कौल ने बताया, उस समय ड्रिंक्स ब्रेक था और एक अंपायर मेरे पास आये और कहा कि मैच रैफरी सर (चतुर्वेदी) ने सूचना दी है कि मुझे भारत की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय टीम में चुना गया है. मुझे उस समय समझ नहीं आया कि कैसी प्रतिक्रिया दूं. यह मेरे क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी खबर थी और मुझे यह मैदान पर मिली.
* कौल ने उम्मीद नहीं छोड़ी थी
कौल ने बताया कि उन्होंने भारतीय टीम में चयन की उम्मीद कभी नहीं छोड़ी थी. इस दौरान कौल पंजाब, उत्तर क्षेत्र, भारत ए और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से नियमित रुप से खेलते रहे. उन्होंने इस दौरान 50 प्रथम श्रेणी मैचों में 175 विकेट चटकाये जबकि 52 लिस्ट ए मैचों में भी 98 विकेट हासिल किए. कौल ने कहा, मुझे हमेशा उम्मीद थी कि अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखूंगा तो मुझे मौके मिलेंगे. हां, अंडर 19 विश्व कप जीतना शानदार अहसास था लेकिन इतने वर्षों में मुझे पता चला कि घरेलू स्तर पर अच्छे प्रदर्शन का इनाम मिलेगा.