आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 का लीग चरण खत्म हुआ. भारत ने आखिरी लीग मुकाबले में रविवार को नीदरलैंड को 160 रनों से हराया. कुल 45 मुकाबले खेले गए, जिसमें कई बड़े उलटफेर नजर आए. कुल मिलाकर भारत सबसे प्रबल दावेदार बनकर उभरा. वर्ल्ड कप में भाग लेने वाली ऐसी कोई भी टीम नहीं थी, जिसे भारत ने नहीं हराया. बड़ी से बड़ी टीमों को आसानी से पटखनी देते हुए टीम इंडिया टेबल टॉपर रही. लीग की टॉप टीम अब सेमीफाइनल में 15 नवंबर को न्यूजीलैंड से भिड़ेगी. हम आपको वर्ल्ड कप के लीग चरण की पांच बड़ी बातों से अवगत करा रहे हैं.
विराट कोहली का मास्टरक्लास
विराट कोहली शायद अपना आखिरी वनडे विश्व कप खेल रहे हैं. 35 साल के इस धाकड़ बल्लेबाज ने लीग चरण में अपनी छाप छोड़ दी है. क्विंटन डिकॉक भले ही इस चरण में चार शतक जमा चुके हों, लेकिन कोहली अब तक के टॉप स्कोरर हैं. पूर्व भारतीय कप्तान ने ग्रुप चरण का समापन नौ मैचों में 594 रन के साथ किया. उनका औसत 99 रहा. उन्होंने नौ मैचों में सात बार 50 से अधिक स्कोर बनाए. उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 103 नाबाद और न्यूजीलैंड के खिलाफ 95 रनों की पारी खेलकर अपने मास्टरक्लास का प्रदर्शन किया. कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 और अफगानिस्तान के खिलाफ नाबाद 55 रन भी बनाए. कोहली के दम पर भारत शुरुआती मुकाबलों में चेज मास्टर बन गया. आखिरी मुकाबले में इन्होंने गेंद से भी दर्शकों का मनोरंजन किया और आठ साल बाद डच टीम के खिलाफ एक विकेट भी हासिल किया.
अफगानिस्तान और नीदरलैंड का शानदार प्रदर्शन
अफगानिस्तान और नीदरलैंड ने वर्ल्ड कप 2023 में अपना दबदबा बनाकर सभी को अचंभित कर दिया. अफगानिस्तान अप्रत्याशित खेल खेलते हुए नौ मैचों में चार जीत के साथ छठे स्थान पर रही. उन्होंने 2019 के चैंपियन इंग्लैंड को हराने के साथ-साथ पाकिस्तान की भी लुटिया डुबो दी. ग्लेन मैक्सवेल के अविश्वनीय पारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने किसी तरह इनसे पार पाया. अफगानिस्तान ने अपने क्रिकेट से अपने समर्पण और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया. इसी तरह, सीमित संसाधनों के साथ काम करते हुए डच टीम ने भव्य मंच पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला. दक्षिण अफ्रीका पर उनकी 38 रनों की जीत ने क्रिकेट जगत को स्तब्ध कर दिया. बाद में उन्होंने बांग्लादेश को 87 रनों से हरा दिया. हालांकि डच टीम चार अंकों के साथ अंक तालिका में सबसे नीचे रही.
ऑस्ट्रेलिया की वापसी
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की विश्व कप में लगातार दो हार के साथ खराब शुरुआत हुई. बहुतों को उम्मीद नहीं थी कि मेजबान भारत और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बड़ी हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम नॉकआउट चरण में पहुंच पाएगी. हालांकि, पांच बार की विश्व चैंपियन ने लचीलापन दिखाया और शीर्ष चार में जगह पक्की करने के लिए सात मैचों की जीत का सिलसिला जारी रखा. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने डच टीम को 309 रनों से हराकर क्रिकेट विश्व कप में रनों के हिसाब से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज करके इतिहास रचा. आगामी मैच की तैयारी के साथ, ऑस्ट्रेलियाई टीम छठी बार ट्रॉफी उठाने की प्रबल दावेदार के रूप में उभरी है.
इंग्लैंड सबसे खराब डिफेंडिंग चैंपियन
हाल के वर्षों में इंग्लिश क्रिकेट ने काफी सफलता का दौर देखा है. चूंकि इयोन मोर्गन ने 2019 एकदिवसीय विश्व कप फाइनल में न्यूजीलैंड पर जीत के लिए इंग्लैंड टीम का नेतृत्व किया था. उन्होंने 2022 टी20 विश्व कप जीतकर और 'बैजबॉल' दृष्टिकोण के साथ टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी छाप छोड़ी. हालांकि, वर्ल्ड कप 2023 में इस टीम को एक उतार-चढ़ाव भरे अभियान का अनुभव हुआ. नौ में से केवल तीन मैच जीतकर, जोस बटलर की अगुवाई वाली टीम ने सातवें स्थान के साथ टूर्नामेंट का समापन किया. एक समय लगातार पांच हार के बाद इंग्लैंड की टीम तालिका में सबसे नीचे पहुंच गई. हालांकि, अपने अंतिम ग्रुप गेम में नीदरलैंड और पाकिस्तान पर जीत से इसकी स्थिति में सुधार हुआ. इस प्रतियोगिता में इंग्लैंड टीम का प्रदर्शन चार साल के इतिहास में डिफेंडिंग चैंपियन के सबसे खराब प्रदर्शन में से एक है.
स्पिरिट ऑफ क्रिकेट पर बहस
क्रिकेट विश्व कप 2023 में कई असाधारण प्रदर्शन हुए. फिर भी, टूर्नामेंट को बांग्लादेश बनाम श्रीलंका मैच में 'टाइम आउट' आउट से उपजे विवाद का साया झेलना पड़ा. एक ऐतिहासिक घटना में श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन की अपील के बाद 'टाइम आउट' पर आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने. मैथ्यूज दो मिनट की समय सीमा से पांच सेकंड पहले क्रीज पर पहुंच गए थे, लेकिन हेलमेट का पट्टा टूटने के कारण वह बल्लेबाजी के लिए तैयार नहीं हो पाए और उन्हें टाइम आउट दे दिया गया. बांग्लादेश टीम ने देरी के खिलाफ अपील की और अंपायरों ने मैथ्यूज को आउट घोषित कर दिया. इससे क्रिकेट की भावना पर बहस शुरू हो गई.