Vastu Tips: वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार घर का दक्षिण-पश्चिम कोना (South-West) पृथ्वी तत्व का स्थान होता है और यही दिशा वैवाहिक जीवन, रिश्तों की मजबूती और परिवारिक स्थिरता को नियंत्रित करती है. इसी वजह से इस दिशा में लगाया गया स्फटिक का झूमर (Crystal Chandelier) ऊर्जा को संतुलित करता है और घर में सकारात्मक कंपन बढ़ाता है.
दक्षिण–पश्चिम दिशा क्यों होती है खास?
वास्तु के अनुसार, दक्षिण–पश्चिम दिशा घर में स्थिरता, विश्वास और रिश्तों को मजबूत करने वाली दिशा मानी जाती है. इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा जितनी अधिक होगी, घर के सदस्यों के बीच उतना ही बेहतर तालमेल और शांति बनी रहती है. विशेषज्ञ बताते हैं कि यह दिशा विशेष रूप से विवाहित जीवन और विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के लिए शुभ मानी जाती है.
स्फटिक का झूमर लगाने का लाभ
अगर आपके घर का ड्रॉइंग रूम या बैठने का मुख्य कमरा दक्षिण–पश्चिम में आता है, तो इस दिशा में स्फटिक का झूमर लगाना बेहद शुभ माना जाता है. स्फटिक यानी क्रिस्टल सकारात्मक ऊर्जा आकर्षित करता है और नकारात्मकता को दूर करता है.
शाम के समय झूमर को 2–3 घंटे जलाकर रखना चाहिए.
इससे इस दिशा का पृथ्वी तत्व और अधिक मजबूत होता है.
घर में गर्माहट, भरोसा और नजदीकियां बढ़ती हैं.
किसे मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
वास्तु मान्यताओं के अनुसार, इस उपाय से
विवाह योग्य लड़के-लड़कियों के विवाह के योग जल्दी बनते हैं.
पति-पत्नी के बीच बेहतर समझ और सामंजस्य बढ़ता है.
परिवार के सदस्यों के बीच प्यार, संवाद और एकजुटता बढ़ती है.
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