Vastu Tips for Bathroom: वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के बाथरूम और टॉयलेट से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह सबसे अधिक होता है। इसका कारण यह है कि ये स्थान गंदगी, सीलन और अपशिष्ट पदार्थों के केंद्र होते हैं। यदि इन्हें साफ-सुथरा न रखा जाए, तो यह घर की सकारात्मक ऊर्जा को कमजोर कर देते हैं और जीवन में परेशानियां बढ़ सकती हैं.
क्यों बढ़ती है नकारात्मक ऊर्जा?
बाथरूम में लगातार पानी का बहाव और नमी रहने से नकारात्मक कंपन पैदा होते हैं. इसके साथ ही, टॉयलेट से निकलने वाली गैस और बदबू घर के अन्य हिस्सों की ऊर्जा को भी प्रभावित करती है, जिससे वातावरण असंतुलित हो जाता है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार क्या करें?
वास्तु में बाथरूम और टॉयलेट की साफ-सफाई और दिशा पर खास ध्यान देने की सलाह दी जाती है. सीलन या बदबू बिल्कुल न होने दें. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखें, क्योंकि खुला दरवाजा नकारात्मक ऊर्जा को पूरे घर में फैलाता है.
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क्यों जरूरी है दरवाजा बंद रखना?
बाथरूम से आने वाली नमी और दुर्गंध घर की ऊर्जा को असंतुलित करती है. यदि दरवाजा खुला हो तो यह असर लिविंग एरिया और बेडरूम तक पहुंच सकता है, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और मानसिक तनाव बढ़ सकता है.
अतिरिक्त उपाय
- बाथरूम में एयर फ्रेशनर या कपूर का उपयोग करें.
- मनी प्लांट या बांस जैसे पौधे रखें.
- पर्याप्त वेंटिलेशन का ध्यान रखें.
इन आसान वास्तु टिप्स को अपनाकर आप घर की नकारात्मक ऊर्जा को रोक सकते हैं और सकारात्मक माहौल बनाए रख सकते हैं.

