September 2025 Vrat Tyohar: सितंबर 2025 का महीना धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद खास रहने वाला है. इस पूरे महीने रांची शहर में पूजा-पाठ, व्रत-त्योहार और मेलों का आयोजन होगा. आप भी इस कैलेंडर के आधार पर अपनी योजना बना सकते हैं कि किस कार्यक्रम में परिवार के साथ शामिल होना है और किसमें दोस्तों संग उत्सव का आनंद लेना है.
करमा पूजा (3 सितंबर)
तीन सितंबर को करमा पूजा मनायी जायेगी. यह पर्व भाई-बहन के अटूट प्रेम, प्रकृति पूजन और फसलों की समृद्धि का प्रतीक है. करम पर्व मानव और प्रकृति के गहरे रिश्ते, कृषि की अहमियत और पारिवारिक रिश्तों की मजबूती का संदेश देता है.
अनंत चतुर्दशी (6 सितंबर)
अनंत चतुर्दशी का पर्व 6 सितंबर को मनाया जायेगा. इसकी तिथि 3:14 बजे सुबह से शुरू होकर 7 सितंबर की रात 1:41 बजे तक रहेगी. उदय तिथि के अनुसार इसे 6 सितंबर को ही मनाने का विधान है.
पितृ पक्ष की शुरुआत (7–21 सितंबर)
भाद्रपद पूर्णिमा 7 सितंबर की रात को पड़ेगी और इसी दिन से पितृ पक्ष की शुरुआत होगी. यह 21 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान पितरों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद के लिए श्रद्धालु तर्पण और श्राद्ध करते हैं.
चंद्र ग्रहण (7 सितंबर)
7 सितंबर की रात 9:57 बजे से 8 सितंबर की रात 1:27 बजे तक चंद्र ग्रहण रहेगा. यह संपूर्ण भारत में दिखाई देगा. सूतक काल दोपहर 12:57 बजे से ही शुरू हो जायेगा.
रिसालदार शाह बाबा का सालाना उर्स (11–15 सितंबर)
हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार शाह बाबा का 218वां सालाना उर्स 11 से 15 सितंबर तक होगा. उर्स मैदान में मेला, झूला, मीना बाजार और लंगर-ए-आम की विशेष व्यवस्था की जायेगी.
जितिया व्रत (14 सितंबर)
जितिया व्रत 14 सितंबर को रखा जायेगा. इससे पहले 13 सितंबर को नहाय-खाय होगा. उपवास के बाद 15 सितंबर की सुबह पारण किया जायेगा.
विश्वकर्मा पूजा (17 सितंबर)
17 सितंबर को सूर्य देव सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे. इसी दिन विश्वकर्मा पूजा धूमधाम से होगी. इसके साथ ही एकादशी श्राद्ध, इंदिरा एकादशी और कन्या संक्रांति भी इसी दिन पड़ रही है.
शारदीय नवरात्र (22 सितंबर–2 अक्टूबर)
शारदीय नवरात्र 22 सितंबर से शुरू होंगे. कलश स्थापना के बाद नौ दिनों तक माता की विशेष पूजा होगी. 1 अक्टूबर को महानवमी पर मां सिद्धिदात्री की आराधना और हवन किया जायेगा. 2 अक्टूबर को विजयादशमी के साथ प्रतिमा विसर्जन होगा.
दुर्गाबाड़ी विशेष अनुष्ठान (25 सितंबर–2 अक्टूबर)
25 सितंबर से विशेष अनुष्ठान की शुरुआत होगी, जो 2 अक्टूबर तक चलेगा. प्रतिदिन सुबह-शाम माता की आरती और धार्मिक कार्यक्रम होंगे.

