Saphala Ekadashi 2025: सफला एकादशी हिंदू धर्म के सबसे पवित्र पर्वों में से एक है. इस दिन भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. इस दिन पूजा, मंत्र जाप, दान और तुलसी पूजा का विशेष महत्व है. माना जाता है कि भगवान विष्णु की आराधना से घर में शांति आती है, रुके हुए कार्य पूरे होते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है. भगवान विष्णु की पूजा हमेशा आरती-गान के पाठ के साथ पूर्ण करनी चाहिए. यहां भगवान विष्णु को समर्पित आरती के लिरिक्स प्रस्तुत किए गए हैं.
भगवान विष्णु आरती (Bhagwan Vishnu Aarti)
तुम करुणा के सागर तुम पालनकर्ता।
मैं मूरख खल कामी, कृपा करो भर्ता॥ ॐ जय…॥
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति।
किस विधि मिलूं दयामय! तुमको मैं कुमति॥ ॐ जय…॥
दीनबंधु दुखहर्ता, तुम ठाकुर मेरे।
अपने हाथ उठाओ, द्वार पड़ा तेरे॥ ॐ जय…॥
विषय विकार मिटाओ, पाप हरो देवा।
श्रद्धा-भक्ति बढ़ाओ, संतन की सेवा॥ ॐ जय…॥
तन-मन-धन और संपत्ति, सब कुछ है तेरा।
तेरा तुझको अर्पण क्या लागे मेरा॥ ॐ जय…॥
जगदीश्वरजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत शिवानंद स्वामी, मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय…॥
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