16.1 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Panchak 2025: पांच दिनों का पंचक काल शुरू, जानें किन कामों पर है सख्त मनाही

Panchak 2025: पंचक वह काल होता है जब चंद्रमा कुंभ और मीन राशि में रहता है. मान्यता के अनुसार पंचक में कुछ विशेष काम करने से अशुभ परिणाम मिल सकते हैं, इसलिए इस दौरान सावधानी बरतना जरूरी है. आइए जानते हैं पंचक के समय कौन से काम को करने से बचना चाहिए.

Panchak 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार पंचक को बहुत ध्यान रखने वाला समय माना जाता है क्योंकि इस अवधि में चंद्रमा कुंभ और मीन राशि से गुजरता है, जिससे जीवन में अस्थिरता और अनपेक्षित परिस्थितियां बढ़ने की संभावना रहती है. ज्योतिष मानते हैं कि पंचक में लिए गए गलत निर्णयों का असर लंबे समय तक बना रहता है, इसलिए इस अवधि में कुछ खास कामों को करने से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

कब से कब तक है पंचक

पंचांग के अनुसार नवंबर महीने का आखिरी पंचक आज 27 नवंबर 2025, गुरुवार को दोपहर 02:07 बजे से शुरू होकर 01 दिसंबर 2025, सोमवार की रात को 11:18 बजे खत्म होगा.

पंचक में इन कामों से रखें परहेज

दक्षिण दिशा की यात्रा से परहेज: ज्योतिष में दक्षिण दिशा को यम दिशा कहा गया है. इसलिए पंचक में इस दिशा की यात्रा को शुभ नहीं माना जाता. बहुत आवश्यक स्थिति में ही यात्रा की सलाह दी जाती है.

घर में निर्माण कार्य न शुरू करें: छत बनवाना, पेंट करवाना या कोई नया निर्माण कार्य पंचक में शुरू करना अशुभ फल दे सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार यह काम पंचक खत्म होने के बाद ही शुरू करना बेहतर है.

लकड़ी से संबंधित कार्य रोक दें: फर्नीचर बनवाना, लकड़ी कटवाना या घर में लकड़ी का काम शुरू करना पंचक में निषेध माना गया है. इसे दुर्भाग्य और नुकसान से जुड़ा हुआ माना जाता है.

नया बिस्तर या चारपाई न बनवाएं: पंचक में नया पलंग, चारपाई या बिस्तर तैयार करवाना वर्जित माना गया है. इससे घर के सदस्यों के स्वास्थ्य और शांति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.

शुभ और मांगलिक कार्यक्रम न करें: विवाह, सगाई, गृह प्रवेश, मुंडन या कोई भी मांगलिक काम पंचक में टाल देना चाहिए.

नया व्यापार या निवेश न शुरू करें: पंचक में नया बिज़नेस, पार्टनरशिप या बड़ा धन निवेश शुरू करने की सलाह नहीं दी जाती. ज्योतिष के अनुसार इस दौरान लिए गए आर्थिक निर्णय बाधाओं और हानि की ओर ले जा सकते हैं.

गुरुवार से शुरू हुआ पंचक

पंचांग के मुताबिक पंचक की शुभता इस बात पर निर्भर करती है कि इसकी शुरुआत किस दिन से होती है. क्योंकि यह पंचक गुरुवार से शुरू हुआ है, इसलिए इसे अशुभ नहीं माना जाएगा. गुरुवार भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति का दिन है, इसलिए आने वाले पांच दिनों में पूजा-पाठ, व्रत, धार्मिक काम और शुभ-संस्कार किए जा सकते हैं. इन कामों पर पंचक का कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा. अगर पंचक में किसी का अंतिम संस्कार होता है तो उससे जुड़े विशेष नियम और विधि का पालन अवश्य करना चाहिए.

JayshreeAnand
JayshreeAnand
कहानियों को पढ़ने और लिखने की रुचि ने मुझे पत्रकारिता की ओर प्रेरित किया. सीखने और समझने की इस यात्रा में मैं लगातार नए अनुभवों को अपनाते हुए खुद को बेहतर बनाने की कोशिश करती हूं. वर्तमान मे मैं धार्मिक और सामाजिक पहलुओं को नजदीक से समझने और लोगों तक पहुंचाने का प्रयास कर रही हूं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel