Marriage Prediction 2026: साल 2026 कई राशियों के लिए जीवन का सबसे अहम मोड़ साबित हो सकता है. ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा ने बताया कि ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार इस वर्ष विवाह भाव (सप्तम भाव) का सक्रिय होना, गुरु और शुक्र की अनुकूल स्थिति और भावनात्मक स्थिरता की तलाश—इन सबका मेल शादी के प्रबल योग बना रहा है. खासतौर पर साल का मध्य और उत्तरार्ध प्रेम संबंधों को विवाह में बदलने वाला साबित हो सकता है.
गुरु का गोचर: रिश्तों में स्थिरता और आशीर्वाद
2026 में देवगुरु बृहस्पति पहले कर्क राशि और फिर सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क में गुरु का गोचर भावनात्मक जुड़ाव, परिवार की सहमति और रिश्तों में सुरक्षा की भावना को मजबूत करता है. यह गोचर उन लोगों के लिए विशेष शुभ माना जा रहा है, जिनके विवाह में अब तक रुकावटें आ रही थीं. वहीं सिंह राशि में गुरु का प्रवेश रिश्तों को सामाजिक मान्यता, आत्मविश्वास और स्थायित्व देगा, जिससे विवाह के निर्णय आसान होंगे.
शुक्र की कृपा: प्रेम को मिलेगा नया नाम
शुक्र ग्रह प्रेम, आकर्षण और वैवाहिक सुख का प्रमुख कारक माना जाता है. 2026 में शुक्र की मजबूत स्थिति प्रेम संबंधों में मधुरता और समझ बढ़ाएगी. जो लोग लंबे समय से रिलेशनशिप में हैं, उनके लिए यह साल लव मैरिज के संकेत लेकर आ सकता है. वहीं अरेंज मैरिज के योग भी मजबूत रहेंगे, क्योंकि शुक्र परिवार और रिश्तों के बीच संतुलन बनाने में मदद करेगा.
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मध्य और उत्तरार्ध रहेगा खास
ज्योतिषीय संकेत बताते हैं कि 2026 का दूसरा भाग विवाह के लिए अधिक अनुकूल रहेगा. इस दौरान कई राशियों के सप्तम भाव पर शुभ ग्रहों की दृष्टि पड़ेगी, जिससे रिश्ता तय होने, सगाई या विवाह की संभावनाएं बढ़ेंगी. भावनात्मक परिपक्वता और आपसी समझ इस साल रिश्तों की सबसे बड़ी ताकत बनेगी.
क्या कहता है वर्ष 2026
2026 सिर्फ शादी का साल नहीं, बल्कि स्थिर और भावनात्मक रूप से मजबूत रिश्तों की शुरुआत का संकेत है. जो लोग सही साथी की तलाश में हैं या जिनकी शादी बार-बार टल रही है, उनके लिए ग्रहों की यह चाल नई उम्मीद लेकर आ सकती है.

