Manda Puja 2025: अरगोड़ा मंडा पूजा समिति के तत्वावधान में मंडा पूजा के तहत सोमबार को फूलखूंदी का आयोजन हुआ. पूजा में शामिल 300 भोक्ताओं ने दहकते अंगारे पर चलकर भगवान माहादेव को प्रसन्न किया. फुलसुंदी में 10 से 55 वर्ष की उम्र के भोत्ता शामिल हुए, इसके पहले भोक्त्रओं ने स्नान किया और खुद को सुलाईयों के फूलों से सजाया, इसके बाद सभी भोक्ताओं ने प्राचीन महादेव मंदिर पर लोटन सेवा की और मन्नत मांगी. इसके बाद धुआंसी कर आयोजन हुआ, जिसमें पवित्र बुआं के ऊपर भोकाओं को उलटा छुलावा गया. इसके बाद सभी भोत्ता एक-एक कर नंगे पैर दशकते अंगारे पर चले. पूजा में 200 सोक्ताइन भी शामिल हुई. इस अवसर पर अध्यक्ष मुनेश्वर साहू, कंचन साहू, अंजोत साहू, दिलरंजन, रामस्वरूप, पवन साहू उपस्थित थे.
हुंडरू में सोख्ताइनों ने दी अग्नि परीक्षा
हुंडरू में सोमवार को पारंपरिक मंठा अनुष्ठान श्रद्धा और उत्साह के साथ संपन्न हुआ. इस दौरान भोकाओं और सोखाधनों ने अंगारों पर चलकर अपनी आस्था का परिचय दिया. शाम पांच बजे से पूजा-अर्चना की शुरुआत हुई, जो रात तक चलती रही, सात बजे ‘लोटन सेवा’ प्रारंभ हुई. इसके लिए भक्त पहले हुंडरू तालाब पहुंचे, जहां उन्होंने स्नान कर ध्यान और पूजा की. इसके बाद पारंपरिक धुआं-सुकों, लफड़ा भांजना और ‘फूल सुंदी’ जैसे अनुष्ठान संपन्न हुए, फुलसुंदी में 91 भोक्ता व सोख्ताइन शामिल हुए, आयोजन पट भक्ता संदीप महतो की देखरेख में हुआ, जबकि बंसाणा की भूमिका राहुल और दोपक ने निभायी, कार्यक्रम के बाद झालदा से आये कलाकारों ने आकर्षक छऊ नृत्य प्रस्तुत किया मौके पर जितेंद्र नायक, जितंत्र साहू, रुपदेव साहू, कुलदीप साधु, कुलदीप गोप, सुरेश गोप, प्रकाश टोप्पो, मनोहर साहू, दिनेश गोप मौजूद थे.
मंडा मेला बना आकर्षण का केंद्र, जुटी भीड़
मंडा देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे, जिनगे न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि आसपास के गायों और अन्य इलाकों से आप बद्धालु शामिल है. गांग में मेहमानों का भी तांता लगा रहा. वहीं मेला में लोगों ने शूशुले, पारंपरिक व्यंजनों और मिठाइयों का आनंद लिया, बच्चों के लिए झूले व खेल विशेष आवार्षण का केंद्र रहे.

