Kartik Purnima 2025 Upay: कार्तिक पूर्णिमा की रात का महत्व केवल पूजा तक सीमित नहीं है, यह प्रकृति और अध्यात्म के मिलन की रात है. चांद की रोशनी में किए गए ये सरल उपाय आपके जीवन में खुशियाँ, स्वास्थ्य और समृद्धि ला सकते हैं.
सुपरमून की रोशनी में करें ये उपाय
जल अर्पित करें: कार्तिक पूर्णिमा की रात चांद को अर्घ्य देना बहुत शुभ माना गया है. चांदी या तांबे के लोटे में स्वच्छ जल भरें और चांद की ओर मुख करके धीरे-धीरे अर्पित करें. ऐसा करने से मन को शांति और मानसिक संतुलन मिलता है.
घर के आंगन या छत पर दीप जलाएं: इस रात घर के आंगन, छत या बालकनी में घी के दीये जलाएं. यह देवताओं को प्रसन्न करता है बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है.
लक्ष्मी-नारायण की पूजा करें: कार्तिक पूर्णिमा की रात भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की संयुक्त पूजा का विशेष महत्व है. इस दिन पीले फूल, तुलसी पत्र और खीर का भोग लगाएं. इससे घर में धन की वृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है.
चंद्र देव का मंत्र जाप करें: इस रात चंद्रमा की कृपा पाने के लिए चंद्र देव का मंत्र जपना बहुत प्रभावी माना गया है.
मंत्र:
“ॐ सोम सोमाय नमः”
या
“ॐ चन्द्राय नमः”
इस मंत्र का 108 बार जाप करने से मन की अशांति दूर होती है और आर्थिक स्थिति बेहतर होती है.
चांदनी में ध्यान और संकल्प करें: चांद की ठंडी रोशनी में शांत मन से ध्यान लगाना मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ाता है. इस समय अपनी इच्छाओं का संकल्प लेने से वे जल्दी पूर्ण होती हैं.
कार्तिक पूर्णिमा की रात चंद्रमा को जल अर्पित करने का सही समय क्या है?
रात 7:30 बजे के बाद जब चंद्रमा पूर्व दिशा में साफ दिखाई दे, तब अर्घ्य देना शुभ माना जाता है.
सुपरमून देखने के लिए सबसे अच्छा समय और स्थान क्या है?
रात 7:30 बजे से 10:00 बजे के बीच, खुले आसमान या शहर से बाहर के क्षेत्रों में चांद सबसे साफ दिखाई देगा.
क्या कार्तिक पूर्णिमा की चांदनी में ध्यान करना लाभदायक है?
माना जाता है कि इस रात चांदनी में ध्यान करने से मन शांत होता है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.
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