Janmashtami 2025 Upay: भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के साथ लड्डू गोपाल की पूजा और मंदिरों में झांकियों का आयोजन किया जाता है. कुछ खास उपाय करने से व्यापार, परिवार और जीवन में सफलता और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है.
जन्माष्टमी की तारीख और समय
- तारीख: 15 अगस्त 2025 की रात 11:49 बजे से 16 अगस्त 2025 की रात 9:34 बजे तक
- विशेष: गृहस्थों के लिए 15 अगस्त और वैष्णवों के लिए 16 अगस्त
जन्माष्टमी पर करें ये आसान और असरदार उपाय
व्यापार में बढ़ोतरी के लिए
जन्माष्टमी की रात भगवान कृष्ण की पूजा करते समय शंख बजाएं. पूजा के बाद शंख को अपनी दुकान या ऑफिस में रखें. इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी और व्यापार में सुधार आएगा.
ये भी पढ़ें: गुरु कर चुके हैं गोचर, जानें कैसा रहेगा राजनितिक तथा भारत का अन्तर्राष्ट्रीय सम्बन्ध
कारोबार में तरक्की के लिए
भगवान कृष्ण को तुलसी की माला अर्पित करें और तुलसी के पौधे के सामने “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें. यह उपाय रुके हुए कारोबार को पुनः गति देता है.
परिवार में खुशहाली लाने के लिए
घर में झगड़े या मतभेद हैं तो जन्माष्टमी की रात भगवान कृष्ण को माखन-मिश्री का भोग अर्पित करें. इससे पारिवारिक संबंध मजबूत होंगे और माहौल सुखमय रहेगा.
नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के लिए
भगवान कृष्ण को मोर पंख अर्पित करें और इसे घर के मुख्य स्थान पर रखें. यह उपाय घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और जीवन में सफलता लाता है.
जन्माष्टमी का महत्व
जन्माष्टमी केवल भगवान कृष्ण के जन्म का पर्व नहीं है, बल्कि यह आध्यात्मिक ऊर्जा और सकारात्मक बदलाव लाने का अवसर भी है. इस दिन किए गए छोटे-छोटे उपाय आपके जीवन में खुशियां, सफलता और सुख-शांति लेकर आते हैं.
विशेष जानकारी और सलाह
जन्मकुंडली, वास्तु और व्रत-त्यौहार से संबंधित जानकारी के लिए:
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
8080426594 / 9545290847

