Premanand ji Maharaj: आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि पत्नियों का तो काम होता है रूठना और नाराज होना, और पतियों का काम होता है उन्हें मनाना. लेकिन मनाना इतना आसान भी नहीं होता. पतियों को तरह-तरह की तरकीबें निकालनी पड़ती हैं उन्हें मनाने के लिए. कई बार तो ऐसा भी होता है कि उन्हें पता ही नहीं होता कि उनकी पत्नी नाराज़ क्यों है. ऐसे में उन्हें समझ नहीं आता कि क्या करें, कैसे अपनी रूठी पत्नी को मनाएं. इसी सवाल का जवाब जानने के लिए एक व्यक्ति प्रेमानंद महाराज के पास पहुंचे और उनसे इसका हल पूछा. आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज ने क्या समाधान बताया.
नाराज पत्नी को कैसे खुश करें?
व्यक्ति ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि जब पत्नी नाराज़ हो जाए तो क्या करें कि वह तुरंत मान जाए? क्या किया जाए कि वह हमेशा खुश रहे? इस पर प्रेमानंद जी ने हंसते हुए कहा कि इस विषय में तो मुझे व्यक्तिगत अनुभव नहीं है, लेकिन शास्त्रों में जो बताया गया है, वह आपको बता सकता हूं.
उन्होंने उपाय बताते हुए कहा कि यदि आप अपनी पत्नी की सभी इच्छाओं और कामनाओं को पूरा करते हैं और किसी अन्य महिला के साथ अनुचित संबंध नहीं रखते, तो आपकी पत्नी हमेशा खुश रहेगी. इसके साथ ही महाराज जी कहते हैं कि यदि आप पत्नी की इच्छा के प्रतिकूल यानी उनकी बातों के विपरीत कार्य करेंगे, तो वह नाराज होती है. इसलिए पति को चाहिए कि पत्नी की मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए हमेशा तैयार रहे.
इसके अलावा वे यह भी कहते हैं कि यदि आप उनकी सभी इच्छाओं को पूरा करते हैं, लेकिन किसी अन्य स्त्री के साथ संबंध रखते हैं, तो भी आपकी पत्नी हमेशा दुखी और नाराज़ रहेगी. महाराज जी कहते हैं कि पुरुष अपनी पत्नी में भगवान का रूप देखना चाहिए और किसी भी तरह का गलत कार्य नहीं करना चाहिए. ऐसा करने पर पत्नी आपके अधीन रहेगी और पारिवारिक जीवन मंगलमय रहेगा.

