Chhath Puja 2025: छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य देते समय मंत्रों का जाप करना व्रत की पूर्णता और भगवान की कृपा पाने का महत्वपूर्ण हिस्सा है. मंत्रों का उच्चारण श्रद्धा के साथ करने से जीवन में सुख, समृद्धि और आशीर्वाद प्राप्त होते हैं.
छठ पूजा में सूर्य देव के इन मंत्रों का करें जाप
शक्तिशाली मंत्र: व्रती “ॐ ऐही सूर्यदेव सहस्त्रांशो तेजो राशि जगत्पते. अनुकम्पय मां भक्त्या गृहणार्ध्य दिवाकर:” मंत्र का जाप कर सकते हैं. यह मंत्र सूर्य देव के लिए विशेष रूप से शक्तिशाली माना जाता है.
सरल और आसान मंत्र: अगर वो मंत्र कठिन लगे, तो आप सरल मंत्र जैसे “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ आदित्याय नमः” का भी उच्चारण कर सकते हैं. यह भी सूर्य देव को प्रसन्न करने का एक प्रभावी तरीका है.
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सूर्य देव के मंत्रों का महत्व
छठ पूजा के दौरान जब व्रती सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं, तो मंत्रों का उच्चारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है. मंत्र उच्चारण से भक्ति की भावना मजबूत होती है और सूर्य देव की कृपा अधिक प्राप्त होती है.
सूर्य देव के 12 नाम
- ॐ सूर्याय नम: ।
- ॐ भास्कराय नम:।
- ॐ रवये नम: ।
- ॐ मित्राय नम: ।
- ॐ भानवे नम:
- ॐ खगय नम: ।
- ॐ पुष्णे नम: ।
- ॐ मारिचाये नम: ।
- ॐ आदित्याय नम: ।
- ॐ सावित्रे नम: ।
- ॐ आर्काय नम: ।
- ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ।
मंत्र जाप के लाभ
सूर्य देव के मंत्रों का जाप करने से शरीर और मन दोनों में लाभ होता है. इससे आत्मविश्वास मजबूत होता है और करियर या पढ़ाई में सफलता पाने में मदद मिलती है. इसके अलावा, जीवन में नकारात्मक विचार दूर होते हैं, भाग्य का सहारा मिलता है और मन को शांति का अनुभव होता है. मंत्र जाप से ऊर्जा और उत्साह बढ़ता है, सोच स्पष्ट होती है और कठिनाइयों का सामना करने की ताकत मिलती है.
क्या मंत्र जाप के लिए किसी विशेष सामग्री की जरूरत होती है?
मंत्र जाप के लिए विशेष सामग्री की जरूरत नहीं, लेकिन सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए जल, फल और ठेकुआ आदि का प्रयोग किया जाता है.
क्या अर्घ्य के समय मंत्र जाप समूह में करना ज्यादा लाभकारी होता है?
हाँ, समूह में मंत्र जाप करने से भक्ति की ऊर्जा बढ़ती है और वातावरण पवित्र होता है.
क्या छोटे बच्चे भी मंत्र जाप कर सकते हैं?
हाँ, छोटे बच्चे भी सरल मंत्र जैसे “ॐ सूर्याय नमः” का जाप कर सकते हैं. इससे उनमें भक्ति और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ती है.
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