Chandra Grahan 2025: चंद्रग्रहण हमेशा से ही ज्योतिष में विशेष महत्व रखता है. यह समय न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाता है, बल्कि जीवन में नकारात्मक प्रभावों से मुक्ति पाने का भी अवसर प्रदान करता है. वर्ष 2025 में आने वाला यह चंद्रग्रहण उन लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है, जिन पर पितृ दोष या कालसर्प योग का प्रभाव है.
पितृ दोष और कालसर्प योग का प्रभाव
- पितृ दोष: पूर्वजों की असंतुष्टि या अधूरे अनुष्ठानों के कारण बनता है. इसके प्रभाव से जीवन में अनदेखी परेशानियां, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और मानसिक तनाव उत्पन्न हो सकते हैं.
- कालसर्प योग: ग्रहों की विषम स्थिति से बनता है. इसका प्रभाव व्यक्ति के करियर, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संबंधों में बाधाओं के रूप में देखा जा सकता है.
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चंद्रग्रहण में उपाय और लाभ
- ग्रहण काल पूजा, हवन, मंत्र जाप और दान-पुण्य के लिए उत्तम माना जाता है.
- पितरों की तर्पण और विशेष यज्ञ करने से पितृ दोष का नाश होता है.
- राहु-केतु मंत्र जाप और हनुमान या नाग देवता की पूजा से कालसर्प योग का असर कम होता है.
ध्यान और साधना
- ग्रहण के समय मानसिक शांति और साधना पर ध्यान दें.
- सकारात्मक कर्म और धार्मिक क्रियाएं जीवन में स्थायित्व, समृद्धि और मानसिक संतुलन लाने में मदद करती हैं.
- परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के आशीर्वाद लें, धार्मिक ग्रंथों का पाठ करें और जरूरतमंदों को दान दें.
चंद्रग्रहण 2025 पितृ दोष और कालसर्प योग से मुक्ति पाने का श्रेष्ठ समय है. सही विधि और मनोभाव से किए गए उपाय जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं. इस अवसर का सही उपयोग करने से मानसिक शांति, सुख-समृद्धि और नई ऊर्जा का अनुभव संभव है.

