Advertisement
सच्चे अर्थो में स्वराज
मेरे लिए स्वराज का अर्थ है अपने सर्वाधिक दीनहीन देशवासियों की स्वतंत्रता. मैं भारत को सभी प्रकार की पराधीनताओं से मुक्त कराने के लिए कटिबद्ध हूं. मुझे एक शासक के स्थान पर दूसरे शासक को लाने की इच्छा नहीं है. स्वराज से मेरा तात्पर्य ऐसी भारत सरकार से है, जो देश की वयस्क जनसंख्या के […]
मेरे लिए स्वराज का अर्थ है अपने सर्वाधिक दीनहीन देशवासियों की स्वतंत्रता. मैं भारत को सभी प्रकार की पराधीनताओं से मुक्त कराने के लिए कटिबद्ध हूं. मुझे एक शासक के स्थान पर दूसरे शासक को लाने की इच्छा नहीं है.
स्वराज से मेरा तात्पर्य ऐसी भारत सरकार से है, जो देश की वयस्क जनसंख्या के बहुमत की राय से कायम की गयी हो; वयस्कों में स्त्री अथवा पुरुष, यहां जन्मे तथा बाहर से आकर बसे वे सभी लोग सम्मिलित होंगे, जिन्होंने राज्य की सेवा में किसी प्रकार का शारीरिक श्रमदान किया होगा तथा मतदाता के रूप में अपने नाम को पंजीकृत कराने का कष्ट उठाया होगा.
सच्चा स्वराज मुट्ठी भर लोगों द्वारा सत्ता-प्राप्ति से नहीं आयेगा, बल्कि सत्ता का दुरुपयोग किये जाने की सूरत में, उसका प्रतिरोध करने की जनता की सामथ्र्य विकसित होने से आयेगा. स्वराज जनता को सत्ता का नियमन तथा नियंत्रण करने की अपनी क्षमता का विकास करने की शिक्षा देने से आयेगा.
स्वराज का अर्थ है सरकार के नियंत्रण से मुक्त होने का सतत प्रयास. स्वराज एक पवित्र शब्द है, यह एक वैदिक शब्द है, जिसका अर्थ है स्वशासन तथा आत्मनिग्रह; इसका अर्थ सब प्रकार के संयमों से मुक्ति नहीं है जैसा कि प्राय: ‘स्वाधीनता’ का अर्थ लगाया जाता है. हमारे सपनों का स्वराज किसी प्रजातिगत-धार्मिक भेदभावों को नहीं मानता.
न यह शिक्षितों अथवा धनवानों की इजारेदारी होगा. स्वराज सभी का होगा, पर इसमें खास तौर से अपंग, भूखे और मेहनतकश करोड़ों भारतवासी शामिल होंगे.
महात्मा गांधी
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement