Advertisement
अंक विद्या से जानें कैसा रहेगा आपका साल
वर्ष 2015 का मूलांक = 2+0 +1+5 = 8 इस वर्ष सदी का अंक दो तथा वर्ष का अंक 6 है. सभी अंकों को मिला कर इस वर्ष का मूलांक आठ है, जिसका मालिक शनि है. इसलिए इस वर्ष का प्रभावी ग्रह भी शनि है. भारत वर्ष का आठ के अंक से गहरा संबंध है. […]
वर्ष 2015 का मूलांक = 2+0 +1+5 = 8
इस वर्ष सदी का अंक दो तथा वर्ष का अंक 6 है. सभी अंकों को मिला कर इस वर्ष का मूलांक आठ है, जिसका मालिक शनि है. इसलिए इस वर्ष का प्रभावी ग्रह भी शनि है. भारत वर्ष का आठ के अंक से गहरा संबंध है. शनि इस समय आठ नंबर की राशि में है.
2015 बड़े एवं बहुप्रतीक्षित सुखद परिवर्तनों का वर्ष होगा. पूरे विश्व में भारत अपनी प्रतिभा व क्षमता का प्रदर्शन करेगा. भ्रष्ट एवं नकारात्मक शक्तियों का दमन होगा. गुप्त शत्रुओं से सावधान रहना होगा.
अंक विज्ञान किसी भी व्यक्ति या स्थान के बारे में जानने, समझने का बहुत सरल और सटीक विद्या है. हमारे वैदिक शास्त्रों में इसे बहुत महत्व दिया गया है. भारत में ही अंकों व अक्षरों का जन्म व विकास हुआ. प्राचीन ऋषियों ने कटपयादि सूत्र के माध्यम से अक्षरों एवं अंकों का सामंजस्य बताया है. आपने बहुत सारे यंत्र देखें होंगे, जो अंकों पर आधारित होते हैं. विशेषकर ग्रहों से संबंधित यंत्र अंकों के ही विशेष संयोग से निर्मित किये गये हैं. आइये जानते हैं कि वर्ष 2015 अंक शास्त्र के माध्यम से आपके जीवन पर क्या प्रभाव डाल सकता है..
आपके जीवन की तारीख का अंक अथवा दो अंकों का जोड़ आपका मूलांक कहलाता है.
यथा- 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 (1 से 9 तारीख) तक जन्मे जातकों का मूलांक भी क्रमश: 1, 2, 3 इत्यादि होता है. इसके अलावा 10 से 31 तिथियों में जन्मे लोगों को इन दोनों अंकों को जोड़ जोड़ कर प्राप्त इकाई अंक अपना मूलांक कहलाता है. यथा- 10 = 1+0 = 1 मूलांक; 31 = 3 + 1 = 4 मूलांक.
सर्वाग जी
अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त ज्योतिषी एवं वास्तुविद्
मूलांक 1
स्वामी गृह- सूर्य / तत्व- अगिA / देवता- इंद्र / दिशा- पूर्व / रंग- लाल, रत्न- माणिक / धान्य- गेहूं / दिन- रविवार / धातु- सोना, तांबा / नक्षत्र- कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तरा षाढ़ा.
मित्र अंक – 3, 5, 9
शत्रु अंक- 4, 6, 8
महत्वपूर्ण तिथियां- 1, 10, 19, 28
महत्वपूर्ण वर्ष- 1, 10, 19, 28, 36, 46, 55, 64, 63
वर्ष 2015 शुभ है. मित्रों और परिवार का सहयोग प्राप्त होगा. पिता के साथ संबंध अच्छे रखें. नित्य उनके चरण स्पर्श करें, तो इस वर्ष व्यवसाय में आनेवाली रुकावटों से बचे रहेंगे. स्वास्थ्य संबंधी मामलों की अनदेखी न करें. स्थान परिवर्तन संभव है. आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ एवं सूर्य को जल दें. नित्य 26 बार गायत्री मंत्र का जप करें.
मूलांक 2
स्वामी गृह- चंद्रमा / तत्व- जल / देवता- शिव / दिशा- उत्तर पश्चिम / रंग- दूधिया सफेद, नक्षत्र- रोहिणी, श्रवण, हस्त / रत्न- माती / धान्य- चावल / दिन- सोमवार / धातु- चांदी
मित्र अंक – 1, 2, 9
शत्रु अंक- 4, 6, 7
महत्वपूर्ण तिथियां- 2, 11, 20, 29
महत्वपूर्ण वर्ष- 2, 11, 20, 29, 38, 47, 56, 65, 75, 74, 83, 92
वर्ष 2015 आपको मानसिक चिंता एवं अज्ञात भय दे सकता है. इस वर्ष आप सरकारी अधिकारियों को नाराज न करें. व्यवसाय में स्थिति ठीक रहेगी. पारिवारिक दायित्व की पूर्ति होगी. स्वास्थ्य के संबंध में सावधानी रखें. सूर्य को जल दें. शिवलिंग में दूध अर्पित करें. ऊं नम: शिवाय का जप करें.
मूलांक 3
स्वामी गृह- गुरु / तत्व- आकाश / देवता- शिव / दिशा- उत्तर पूर्व (ईशान) / रंग- पीला, नक्षत्र- पुनर्वसु, विशाखा, पूर्वा भाद्रपद / रत्न- पुखराज / धान्य- चने की दाल / दिन- गुरुवार / धातु- स्वर्ण
मित्र अंक – 1, 9
शत्रु अंक- 4, 6
शुभ तिथियां- 3, 12, 21, 30
शुभ वर्ष- 3, 12, 21, 30, 39, 48, 56, 66, 75, 84
वर्ष 2015 आपके लिए शुभ है. घर में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न होगा. बहुप्रतीक्षित मकान संबंधी आवश्यकता पूर्ण होगी. कारोबार में आसानी से धनागमन होगा. छात्रों एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के मामलों में भी यह वर्ष अच्छा होगा. आलस्य न करें. पड़ोसी से संबंध न बिगाड़ें. पत्नी के स्वास्थ्य का ध्यान रखें. गुरुवार का व्रत करें. विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें.
मूलांक 4
स्वामी गृह- राहु / तत्व- वायु / देवता- भैरव / दिशा- दक्षिण पश्चिम / रंग- भूरा, नक्षत्र – आद्र्रा, स्वाति, शतभिषा / रत्न- गोमेद / धान्य- उड़द काला / दिन- बुधवार / धातु- रागा
मित्र अंक – 5, 6, 8
शत्रु अंक – 1, 2, 3, 9
शुभ तिथियां- 4, 13, 22, 31
शुभ वर्ष- 4, 13, 22, 31, 40, 49, 58, 67, 76
वर्ष 2015 का समय शुभ है. सभी क्षेत्रों में सफलता के संकेत हैं. विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं. पद प्रतिष्ठा मान सम्मान बढ़ेगा. धन की दिक्कतें दूर होंगी. भैरव जी के दर्शन व स्त्रोत का पाठ करें. नित्य भैरव चालीसा पढ़ें.
मूलांक 5
स्वामी गृह- बुध / तत्व- पृथ्वी / देवता- कुबेर / दिशा- उत्तर / रंग- हरा, नक्षत्र- आश्लेषा, जेष्ठा, रेवती / रत्न- पन्ना / धान्य- हरी मूंग / दिन- बुधवार / धातु- पारा
मित्र अंक – 1, 6, 8
शत्रु अंक- 2, 3, 7, 9
महत्वपूर्ण तिथियां- 5, 14, 23
महत्वपूर्ण वर्ष- 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 77
नया वर्ष 2015 पांच अंक वाले जातकों को नवीन अवसर प्रदान करनेवाला है. व्यापारिक कार्यो में विशेष सफलता लाभ, सहयोग और संतान की उच्च शिक्षा संबंधी अड़चने दूर होकर, आप उसे मनचाही जगह भेजने में सफल होंगे. पेट संबंधी विकार बन सकते हैं. अत: खान-पान का ध्यान रखें. बुधवार को दुर्गा जी के मंदिर में दर्शन करें व उन्हें हरी वस्तुओं का भोग लगाएं. दुर्गा जी के 108 नाम पढ़ें.
मूलांक 6
स्वामी गृह- शुक्र / तत्व- जल / देवता – अगिA / दिशा- दक्षिण पूर्व / रंग- गेहुंआ / नक्षत्र- भरणी, पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वा षाढ़ा / रत्न- हीरा / धान्य- ज्वार / दिन- शुक्रवार / धातु- प्लेटिनम
मित्र अंक – 5, 8
शत्रु अंक- 1, 2, 3, 6
महत्वपूर्ण तिथियां- 6, 15, 28
महत्वपूर्ण वर्ष- 6, 15, 24, 33, 42, 51, 60, 69
वर्ष 2015 के स्वामी मूलांक आठ का मित्र गृह है मूलांक 6. लोगों का सहयोग आपको प्राप्त होगा, जिससे रुके हुए कार्यपूर्ण करेंगे. जिनका विवाह किसी कारणवश काफी समय से नहीं हो पा रहा था, उनके विवाह के संयोग बनेंगे. व्यावसायिक यात्रा से लाभ होगा. पत्नी का सहयोग रहेगा. शुक्रवार के दिन श्री यूक्त का पाठ तथा श्री यंत्र का
पूजन करें.
मूलांक 7
स्वामी गृह- केतु / तत्व- अगिA / देवता- ब्रrा / दिशा- ईशान, पूर्व के मध्य में / रंग- स्लेटी, नक्षत्र- अश्वनि, मघा, मूल / रत्न- लेहसुनिया / धान्य- जाै / दिन- गुरुवार / धातु- जस्ता
मित्र अंक – 3
शत्रु अंक- 1, 2, 5, 7, 9
महत्वपूर्ण तिथियां- 7, 16, 25
महत्वपूर्ण वर्ष- 7, 16, 25, 34, 43, 52, 61, 60
वर्ष 2015 में आध्यात्मिक अभिरुचि बढ़ेगी. तीर्थयात्रा के संकेत हैं. शिक्षा व सामाजिक क्षेत्रों में सफलता मिलेगी. पद प्रतिष्ठिता में वृद्धि होगी. किंतु व्यावसायिक क्षेत्र में बीच-बीच में रुकावटें व अड़चनें भी आयेंगी. गणोश मंत्र या चालीसा, गणोश अथर्वशीर्ष का पाठ करें. गणोश जी को
21 दूर्बा (हरी घास) नित्य अर्पित करें.
मूलांक 8
स्वामी गृह- शनि / तत्व- वायु / देवता – भैरव/ दिशा- पश्चिम/ रंग- काला, नक्षत्र – अनुराधा, पुष्य, उत्तरा भाद्रपद / रत्न- नीलम / धान्य- काले तिल / दिन- शनिवार / धातु- लौह
मित्र अंक – 5, 6
शत्रु अंक- 1, 2, 9
महत्वपूर्ण तिथियां- 8, 16, 26
महत्वपूर्ण वर्ष- 8, 16, 26, 35, 44, 53, 62, 61, 80
वर्ष 2015 मूलांक 8 के जातकों के लिए बहुत शुभ वर्ष है. भाग्योग्दय होगा. चली आ रही समस्याओं का निदान होगा. कारोबार, शिक्षा, परिवार व स्वास्थ्य, प्रतियोगी परीक्षाएं सभी क्षेत्रों में जातकों को चतुर्दिक सफलता प्राप्त होगी. समय का उपयोग करें. शनिवार के दिन सात्विक रहें. शनि चालीसा का पाठ करें. शनिवार के दिन काली जी के दर्शन करें. गुड़हल पुष्प व नारियल अर्पित करें. अत्यंत शुभ है.
मूलांक 9
स्वामी गृह- मंगल / तत्व- अगिA / देवता- यम / दिशा- दक्षिण / रंग- तांबई, नक्षत्र – मृगशिरा, चित्र, धनिष्ठा/ रत्न- लाल मूंगा / धान्य- मसूर / दिन- मंगल / धातु- तांबा
मित्र अंक – 1, 3
शत्रु अंक- 4, 6, 8
महत्वपूर्ण तिथियां- 9, 18, 26
महत्वपूर्ण वर्ष- 9, 18, 26, 36, 45, 54, 63, 72, 81
वर्ष 2015 मूलांक 9 के जातकों के लिए धन के संबंध में वर्ष उन्नति कारक है. प्रॉपर्टी लेने के योग बनेंगे. संतान को सफलता तथा सुख प्राप्त होगा. व्यवसाय एवं स्वास्थ्य में थोड़ी बहुत परेशानी बीच-बीच में आयेगी. मंगल व शनिवार को हनुमान जी को चोला चढ़ाएं. नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement