जब भी लोगों की जिंदगी से संबंधित कोई मुद्दा उठता है तो नेता राजनीतिक लाभ उठाने के लिए तत्पर रहते हैं. जब से स्थानीय नीति की बात सामने आयी है, नेता सिर्फ अपने फायदे देख रहे हैं. मानते हैं आप हमारे प्रतिनिधि हैं पर इसका मतलब ये तो नहीं आप सिर्फ अपने बारे में सोचें? आपको यहां के हर वर्ग के लोगों के बारे में सोचना चाहिए.
वैसे बयानबाजी तो नेताओं का काम है, लेकिन हम आम लोगों पर कई चीजें निर्भर करती हैं, इसके लिए हमें जागरूकता लानी होगी. हमें यह सोचना चाहिए कि हम अपने स्तर पर क्या कर सकते हैं. जैसे हम सोशल साइट्स पर अपनी राय रख सकते हैं और मुद्दे पर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. हो सकता है आपकी राय सबसे बेहतर हो और आपकी बात स्वीकार ली जाये़ ये देश हमारा है. हम नहीं सोचेंगे तो कौन सोचेगा? यह देश, राज्य सिर्फ नेताओं का नहीं है, हम सभी लोगों का है, हमें भी अपने अधिकार मांगने का हक है़