आज जब पूरी दुनिया आतंकवाद से पीड़ित है, ऐसे में किसी भी मुल्क पर आरोप मढ़ने से बेहतर है कि कुछ प्रभावी कदम उठाये जायें. पाकिस्तान खुद आतंकवाद से ग्रस्त है.
ऐसे में पाकिस्तान ईमानदार कोशिश करे और दक्षेस राष्ट्रों से हाथ मिलाकर निडरता से इसका विरोध वह कर सकता है़ बहुत से खतरनाक आतंकवादी संगठनों के बाद अब आइएसआइएस पाकिस्तान को आसानी से शिकार बनाने पर तुला है. वास्तव में आतंकवाद के विरुद्ध टीका-टिप्पणी नहीं, बल्कि संगठित शक्तियों द्वारा ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.
पायल बजाज, बोकारो