13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

शैक्षिक गुणवत्ता और नैतिक मूल्य

भारतीय शिक्षा प्रणाली आजादी के कई दशक बाद भी प्रयोगों के दौर में है. एक ओर जहां शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शिक्षा का व्यवसायीकरण हो रहा है. वस्तुतः आज शिक्षा की गुणवत्ता का मानक ही बदल गया है. सफलता की परिभाषा ही बदल गयी है. हमने […]

भारतीय शिक्षा प्रणाली आजादी के कई दशक बाद भी प्रयोगों के दौर में है. एक ओर जहां शिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर शिक्षा का व्यवसायीकरण हो रहा है.

वस्तुतः आज शिक्षा की गुणवत्ता का मानक ही बदल गया है. सफलता की परिभाषा ही बदल गयी है. हमने शिक्षा की गुणवत्ता और अपने बच्चों की सफलता से नैतिक मूल्यों को दूर कर दिया है. आर्थिक उपलब्धियों को अधिक महत्व देने से ‘शिक्षा का बाजारीकरण’ तथा नैतिक मूल्यों की अनदेखी से ‘समाज में अपराधीकरण’ का ग्राफ बढ़ा है. जरूरत है, एक बेहतर संतुलन की, ताकि एक उदार और उन्नत समाज का निर्माण हो सके.

अमरेश कुमार, हंसडीहा, दुमका
पोस्ट करें : प्रभात खबर, 15 पी
इंडस्ट्रियल एिरया, कोकर, रांची 834001
मेल करें : eletter@prabhatkhabar.in पर ई-मेल संिक्षप्त व िहंदी में हो.
िलपि रोमन भी हो सकती है
फैक्स करें : 0651-2544006 पर

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें