केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि वह दो अक्तूबर से सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन करने जा रही है. सरकार का संकल्प है, 2022 तक भारत को प्लास्टिक मुक्त बनाना. सिंगल-यूज प्लास्टिक एक ऐसा प्लास्टिक है, जिसका उपयोग हम केवल एक बार करते हैं आैर उसकी रीसाइक्लिंग मात्र 7.5 प्रतिशत ही हो पाती है, बाकी प्लास्टिक मिट्टी में नहीं घुलता है. यह पानी की सहायता से समुद्र में पहुंच जाता है और वहां के जीवों को काफी नुकसान पहुंचाता है. प्रत्येक साल कई लाख टन प्लास्टिक उत्पादन हो रहा है.
दुनियाभर के देश सिंगल-यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को समाप्त करने हेतु कठोर रणनीति बना रहे हैं. अतः इसमें हम सभी को केंद्र की पहल के साथ अपना योगदान करना चाहिए और प्लास्टिक के बदले कांच या मिट्टी या धातु के बने सामान का उपयोग करते प्लास्टिक मुक्त भारत का सपना साकार करने में मदद करनी चाहिए.
प्रशांत कुमार, पदमा, हजारीबाग