रांची के बुंडू में एक नौ वर्षीया बच्ची से दरिद्रता की जो घटना सामने आयी है, वह निश्चित रूप से समाज को झकझोरने वाली है. 2018 में महिलाओं, छात्राओं और बच्चियों के साथ हुई घटनाओं का मुआयना करेंगे, तो हमारे अंदर नववर्ष मनाने का कोई उत्साह नहीं रहेगा. वास्तव में इस वर्ष ऐसी कई घटनाएं घटी हैं, जिनसे संपूर्ण समाज आहत हुआ है. हम संवेदना व्यक्त कर इंसाफ मांगने के अलावा कुछ कर सके. इसलिए प्रशासन से मांग है कि इन घटनाओं के आरोपियों को जल्द-से-जल्द पकड़ा जाये और फास्टट्रैक कोर्ट से उन्हें सख्त-से-सख्त सजा मिले.
शादाब अफजल, चंद्रपुरा