सोमवार को विभिन्न विपक्षी राजनीतिक पार्टियों द्वारा राजधानी रांची में राजभवन के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. इसकी वजह से पूरी राजधानी की यातायात व्यवस्था कुछ घंटों के लिए थम-सी गयी. स्कूल बसों में फंसे बच्चे भूख से बिलबिला रहे थे और कितने ही मरीजों को अस्पताल तक पहुंचने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी. कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि धरना-प्रदर्शन के कारण समस्या आम जनों को हुई.
आम जनता अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अपने प्रतिनिधियों को चुनती है, पर वे अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए उनके ही लिए समस्या उत्पन्न कर देते हैं. सरकार के निर्णयों से असहमत होने पर आप आसानी से अपनी असहमति व्यक्त कर उन्हें इस से अवगत करा सकते हैं. यही लोकतंत्र की खूबसूरती है. धरना या प्रदर्शन कर इस तरह की अव्यवस्था फैलाना कहां तक जायज है.
कन्हाई लाल, लालपुर, रांची