पटना : बिहार में इन दिनों सड़क हादसों की संख्या बढ़ गयी है. गत 24 फरवरी को मुजफ्फरपुर में एक अनियंत्रित बोलेरो से कुचलकर नौ स्कूली बच्चों की मौत हो गयी. इस घटना के एक सप्ताह नहीं बीते थे कि राजधानी पटना से सटे बाढ़ इलाके में बस पलटने से पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी है, वहीं दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल बताये जा रहे हैं. घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बताया जा रहा है कि घटना शुक्रवार देर रात नौ बजे के बाद की है. यह सड़क हादसा भदौर थाना के लालपुर इलाके में हुई है. इस घटना में अंतिम संस्कार कर लौट रहे काफी लोग घायल हुए हैं. सभी का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है. जानकारी के मुताबिक सभी लोग दाह-संस्कार कर एक निजी बस से अपने घर की ओर लौट रहे थे, ठीक उसी वक्त बस रास्ते में अनियंत्रित होकर पलट गयी. घटना में मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गयी, जबकि दो लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई. स्थानीय लोगों का कहना है कि बस का ड्राइवर नशे में धुत था और मना करने के बावजूद भी वह तेज गति से गाड़ी चला रहा था.
बताया जा रहा है कि मृतकों में सुरेंद्र मिस्त्री, जवाहर साहू, छोटे मिस्त्री और जनार्दन मिस्त्री शामिल है. एक मृतक का फिलहाल पता नहीं चल सका है. बस में सवार सभी लोग शेखपुरा के अरियारी के डीहा गांव के रहने वाले हैं. सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है. ठीक एक सप्ताह पहले मुजफ्फरपुर में हुए एक सड़क हादसे में नौ बच्चों की जान चली गयी थी. उसके बाद मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष कमेटी का गठन कर बिहार में सड़क हादसे कम हों, इसके लिए लोगों से भी सुझाव आमंत्रित किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में इस घटना की निंदा करते हुए कहा था कि ऐसी घटनाओं में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले, इसके लिए भी सरकार प्रयास कर रही है. गौरतलब हो कि इस घटना के बाद आरोपी पूर्व भाजपा नेता मनोज बैठा को लेकर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार पर जोरदार हमला बोला था.
यह भी पढ़ें-
बिहार : मुजफ्फरपुर में अनियंत्रित वाहन से कुचल कर 9 बच्चों की मौत, CM ने की 4 लाख मुआवजे की घोषणा

