पटना/फुलवारीशरीफ: पटना-गया एनएच पर गौरीचक के रामगंज स्थित स्नेह पेट्रोल पंप के कर्मियों से अपराधियों ने सोमवार की सुबह 19.96 लाख रुपये लूट लिये. कर्मी पेट्रोल पंप के सामने स्थित पंजाब नेशनल बैंक में दो दिनों का कैश जमा करने जा रहे थे. लूट के बाद बाइक सवार अपराधी हथियार लहराते हुए अलावल के रास्ते मिर्जापुर गांव के पास नदी पार कर फरार हो गये.
स्नेह पेट्रोल पंप के कर्मी गांधी कुमार और ओम प्रकाश अपने दो अन्य सहयोगियों के साथ दो बैगों में कैश लेकर पेट्रोल पंप के सामने सड़क के उस पार स्थित पंजाब नेशनल बैंक में जमा कराने जा रहे थे. ज्योंही वे सड़क के उस पार पहुंचे, दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार नकाबपोश अपराधियों ने उन्हें रोका और 19.96 लाख रुपये से भरा एक बैग हथियार के बल पर झपट लिया और तेजी से अलावलपुर रोड में भाग निकले और मिर्जापुर गांव के पास नदी पार कर फरार हो गये. वे अपनी मोटरसाइकिलों को भी नदी के पार ले जाने में सफल रहे. हालांकि, इस दौरान पेट्रोल पंप कर्मियों के पास दूसरे बैग में रखे 13 लाख रुपये लुटने से बच गया.
रेकी के बाद अपराधियों ने दिया घटना को अंजाम
पेट्रोल पंप और बैंक दोनों आमने-सामने हैं. ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि आखिर हथियारबंद अपराधी अचानक पेट्रोल पंप के कर्मियों के सामने कैसे आ गये? इससे साफ है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के पहले अपराधियों ने पूरी रेकी की होगी और काफी पहले से वहां नजर जमाया रखा होगा. अपराधियों को यह भी जानकारी होगी की शनिवार और रविवार के चलते पेट्रोल पंप के लाखों रुपये सोमवार को ही सुबह बैंक में जमा होने के लिए ले जाये जाते हैं.
पुलिस की लापरवाही की जांच
एसएसपी मनु महाराज ने पेट्रोल पंप के कर्मियों से पूछताछ की और बैंक का मुआयना भी किया. एसएसपी ने इस मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही की भी जांच की है. गौरीचक के थानेदार संतोष कुमार ने बताया कि लूट के बाद अपराधी अलावलपुर रोड की ओर भागे. सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल उस रास्ते में अपराधियों का पीछा किया, लेकिन अपराधी मिर्जापुर गांव के पास नदी पार कर फरार हो गये.
बैंक के सामने नहीं था पुलिस का गश्ती वाहन
इस मामले में गौरीचक थाना पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है. कर्मियों की मानें, तो बैंक खुलने के वक्त पुलिस की गश्ती गाड़ी को बैंक के पास मुस्तैद रहना था, पर वह बैंक के आसपास नहीं थी. वहीं, दूसरी ओर पुलिस पेट्रोल पंप कर्मियों को भी जांच के दायरे में रख रही है कि दो दिनों का कैश बैंक में जमा कराने जाने से पहले पुलिस की मौजूदगी क्यों नहीं सुनिश्चित करायी गयी. सूचना मिलते ही एसएसपी मनु महाराज गौरीचक पहुंचे और पेट्रोल पंप के कर्मियों से पूछताछ कर छापेमारी शुरू की.