लाहौर : पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की असेंबली के बाहर सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान तालिबान आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिससे 16 लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में दो पुलिस अफसर भी हैं. 60 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. धमाका पुलिसकर्मियों को निशाना बना कर किया गया. विस्फोट दवा विक्रेताओं की विरोध रैली में हुआ. प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से अलग हुए समूह जमात-ए-अहरार ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
इसी समूह ने पिछले साल 27 मार्च को लाहौर में गुलशन-ए-इकबाल पार्क में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. लाहौर में असेंबली के निकट विस्फोट के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया. फोरेंसिक टीमें मौके पर सबूत एकत्र कर रही हैं. जांच आरंभ कर दी गयी है.
साल के अभी 2 महीने भी नहीं बीते हैं और पाकिस्तान में बम धमाकों से लगभग 35 लोगों की मौत हो चुकी है और दो सौ से भी ज्यादा लोग धमाकों की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं. साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल की माने तो साल 2016 में आतंकी हमलों में पाकिस्तान के लगभग 612 नागरिकों और 293 सुरक्षा कर्मियों की जान गई है. इस आंकड़े के मुताबिक 2016 में लगभग 1803 आतंकियों को भी ढेर किया गया है.
इस पोर्टल की माने तो 2003 से लेकर 2017 तक आतंकी हमलों में 21,527 लोगों की जान गई है. इसके अलावा इन हमलों में 6674 सुरक्षा कर्मी और 33,363 आतंकी भी मारे गए हैं.