हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि यहां पहले शांति और अमन बहाल करने का हमारा अनुरोध है. पुलिस कुछ काम नहीं कर रही है. हिंदू के जितने भी घर थे, उन्हें खत्म कर दिया गया. उन्होंने कहा कि काजीपाड़ा क्षेत्र में सभी हिंदुओं को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. पुलिस के सामने सभी संपत्ति खत्म हो रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम नहीं कर रही है. हिंदुओं के घर तोड़फोड़ हुई.
इधर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि बंगाल के चुनाव हो तो उसके बाद भी हजारों लोगों के ऊपर पथराव, आगजनी, बम फेंकना ये आम बात बन गयी है. ममता बनर्जी के राज में जिस तरह से पत्रकारों पर हमले हुए, रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव हुआ है, इससे ज्यादा शर्मनाक क्या होगा. जो लोग प्रेस की स्वतंत्रता की बात करते हैं वो आज चुप क्यों हैं?
गृह मंत्री अमित शाह ने किया फोन
इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हावड़ा में रामनवमी के जुलूस के दौरान हिंसा के संबंध में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया है. साथ ही अमित शाह ने पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को फोन किया और पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और ना ही मुस्लिम : ममता बनर्जी
इधर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दावा किया कि राम नवमी के दिन हावड़ा में हुई हिंसा के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य दक्षिणपंथी संगठन जिम्मेदार हैं. उन्होंने लोगों से इलाके में शांति बनाये रखने की अपील की. बनर्जी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि हावड़ा की घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. हावड़ा में हिंसा के पीछे न तो हिंदू थे और ना ही मुस्लिम थे. बजरंग दल और अन्य ऐसे संगठनों के साथ भाजपा हथियारों के साथ हुई इस हिंसा में शामिल थी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन सभी लोगों की मदद करेगी जिनकी संपत्तियों को झड़पों के दौरान नुकसान पहुंचा. हावड़ा में गुरुवार को हुई हिंसा के सिलसिले में 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
फिर भड़की हिंसा
इस बीच पश्चिम बंगाल के हावड़ा के शिबपुर इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गयी है. यहां 'रामनवमी' पर आगजनी के एक दिन बाद आज फिर से हिंसा हुई है. पुलिस के अनुसार हावड़ा में राम नवमी के मौके पर दो समूहों के बीच संघर्ष हो गया. इस दौरान इलाके में कई गाड़ियों में आग लगा दी गयी और दुकानों में तोड़फोड़ की गयी. जिले के काजीपाड़ा इलाके में और आसपास शुक्रवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में रही. इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षा बल को तैनात किया गया है.