Tejas Fighter Aircraft: तेजस विमान की खरीद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) ने पहले ही हरी झंडी दे दी थी. लगभग एक महीने बाद अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं. रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इन विमानों की आपूर्ति 2027-28 में शुरू होगी.
फरवरी में 83 तेजस विमान के लिए की गई थी 48,000 करोड़ रुपये की डील
फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए जेट विमानों की खरीद के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था.
स्वयं रक्षा कवच से लैस है तेजस विमान
तेजस विमान ‘स्वयं रक्षा कवच’ से लैस है. जिसमें 64 प्रतिशत से ज्यादा स्वदेशी सामग्री और 67 नए स्वदेशी उपकरण होंगे.
मिग-21 की जगह लेगा तेजस
एकल इंजन वाला एमके-1ए, भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमानों की जगह लेगा. मिग 21 शुक्रवार को रिटायर हो रहा है. भारतीय वायुसेना इन लड़ाकू विमानों को शामिल करना चाहती है क्योंकि उसके लड़ाकू स्क्वाड्रन की संख्या आधिकारिक तौर पर स्वीकृत 42 से घटकर 31 रह गई है.
तेजस लड़ाकू विमान की खासियत
तेजस पहला हल्का स्वदेशी लड़ाकू विमान है
तेजस उच्च-खतरे वाले हवाई वातावरण में भी उड़ान भरने में सक्षम है.
यह आधुनिक तकनीकों से लैस है.
तेजस का वजन करीब 6500 किलोग्राम है खाली में और लोड के साथ अधिकतम वजन करीब 13500 किलोग्राम.
यह हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमला करने में सक्षम है.
इसका डिजाइन और विकास डीआरडीओ और एडीए द्वारा किया गया है.
इसके रख-रखाव काफी कम है.

