Sonam Raghuvanshi Case: चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक बड़ा मोड़ सामने आया है. मेघालय पुलिस ने ‘ऑपरेशन हनीमून’ के तहत हत्या की इस साजिश में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस केस की जांच में 20 सदस्यीय कोर टीम लगी हुई थी, जबकि इंदौर पुलिस ने भी मामले में अहम सहयोग किया.
हत्या के पीछे प्रेम, साजिश और धोखा
राजा रघुवंशी की हत्या सोनम रघुवंशी के सामने ही 23 मई को की गई थी. जांच में सामने आया है कि सोनम अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ रहने के लिए इस साजिश की सूत्रधार थी. शादी के महज पांच दिन बाद ही उसने राजा को रास्ते से हटाने की योजना बना ली थी.
सोनम के खिलाफ मिले सबूत
- सीसीटीवी फुटेज: मेघालय पुलिस ने 50 किमी के दायरे से 42 CCTV फुटेज खंगाले, जिनमें सोनम आरोपियों के साथ दिखी.
- लोकेशन ट्रैकिंग: जिन नंबरों को घटनास्थल के आसपास सक्रिय पाया गया, उनमें से तीन इंदौर से लिंक थे.
- सुपारी किलर की गिरफ्तारी: इंदौर से एक शूटर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस राज कुशवाहा तक पहुंची.
- डिजिटल सबूत: हत्या के बाद सोनम ने राजा के सोशल मीडिया अकाउंट से “सात जन्मों का साथ है” जैसी भावनात्मक पोस्ट डालकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश की.
हत्या से पहले क्या कुछ हुआ
- 21 मई: सभी आरोपी गुवाहाटी पहुंचे और सोनम के होमस्टे के पास एक होटल में ठहरे.
- 22 मई: राजा और सोनम चेरापूंजी के होटल ‘मनहा’ में रुके. वहां रूम न मिलने पर लगेज होटल में ही छोड़ दिया.
- 23 मई: दोपहर 2:15 बजे के आसपास हत्या को अंजाम दिया गया.
हत्या का मकसद
पुलिस के अनुसार, सोनम ने राजा से शादी केवल एक दिखावा भर के रूप में की थी. असल मकसद था अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ भविष्य बनाना और इसके लिए राजा को रास्ते से हटाना.
पुलिस का बयान आया
मेघालय पुलिस अधिकारी के अनुसार “सोनम रघुवंशी की भूमिका इस हत्याकांड में केंद्रीय है. उसने न केवल हत्या की साजिश रची, बल्कि अपराधियों को शरण, मार्गदर्शन और सहयोग भी प्रदान किया.”