दक्षिण पश्चिमी मॉनसून दो दिन के विलंब से शनिवार को महाराष्ट्र पहुंचा. भारत मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. कोंकण में मॉनसून आम तौर पर 9 जून तक पहुंचता है. अधिकारी ने कहा, कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के हिस्सों में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून का आगमन हो चुका है. उन्होंने कहा, इससे राज्य में कुछ बारिश होगी और कोंकण के कुछ हिस्सों में भी बूंदाबांदी होगी. जिन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है वहां भी चेतावनी जारी कर दी गई है. अधिकारी ने कहा कि अगले 48 घंटों में महाराष्ट्र में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं.
झारखंड में 15 जून तक मॉनसून आने की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में 15 जून तक मॉनसून आ सकता है. पहले संभावना जतायी गयी थी कि 10 से 12 जून मानसून झारखंड में प्रवेश कर सकता है.
दक्षिण पश्चिम मॉनसून पश्चिम बंगाल पहुंचा
दक्षिण पश्चिम मॉनसून अपनी शुरुआत की सामान्य तिथि से कम से कम चार दिन पहले पश्चिम बंगाल में पहुंच गया और राज्य के उप-हिमालयी जिलों के कुछ हिस्सों पर छा गया है. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अपनी सामान्य शुरुआत की तिथि यानी एक जून से तीन दिन पहले 29 मई को ही केरल पहुंच गया था.
बिहार में 13 से 15 जून तक मॉनसून के प्रवेश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 13 से 15 जून के बीच मॉनसून प्रवेश कर सकता है. मौसम विभाग का अनुमान है कि मॉनसून सीमांचल के किशनगंज या पूर्णिया होते हुए बिहार में प्रवेश कर सकता है.
दिल्ली में 27 जून के आसपास पहुंचे मानसून
दिल्ली के कई हिस्सों में बुधवार को लगातार छठे दिन भी भीषण लू का प्रकोप दर्ज किया गया, हालांकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि दो दिनों में कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि मानसून के प्रचलित तारीख 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंचने की संभावना है. हालांकि उन्होंने कहा कि एक या दो सप्ताह में स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी. पिछले साल, आईएमडी ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून अपनी सामान्य तिथि से लगभग दो सप्ताह पहले दिल्ली पहुंच जाएगा.