Delhi Air Pollution: दिल्ली की सर्द सुबह अब केवल ठिठुरन ही नहीं, बल्कि जहरीली हवा का खतरा भी साथ लेकर आ रही है. रविवार सुबह 6:05 बजे दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 366 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है. पिछले तीन दिनों के आंकड़े हालात की गंभीरता को और उजागर करते हैं. 19 दिसंबर को AQI 374, 20 दिसंबर को 398 और 21 दिसंबर को 377 दर्ज किया गया. यानी प्रदूषण कम होने के बजाय लगातार ऊंचे स्तर पर बना हुआ है. आज सोमवार को भी राजधानी के कईं इलाकों में घना कोहरा छाया रहा.
इन इलाकों में सबसे ज्यादा जहरीली हवा
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 के पार पहुंच गया है.
नरेला – 418
बवाना – 408
आनंद विहार – 402
वजीरपुर – 403
जहांगीरपुरी – 400
रोहिणी – 400
सिरीफोर्ट – 390
अशोक विहार – 390
नेहरू नगर – 393
अलीपुर – 392
इन क्षेत्रों में हवा सांस लेने लायक नहीं मानी जा रही है, जिससे लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर भारत में कोहरे का कहर
घना स्मॉग, कड़ाके की ठंड और कोहरे ने उत्तर भारत के बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है. वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार, शनिवार रात 11 बजे तक दिल्ली का AQI बढ़कर 410 तक पहुंच गया था, जो सीधे ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है। हालांकि रात में कुछ राहत मिली, लेकिन रविवार सुबह भी स्थिति चिंताजनक बनी रही और AQI करीब 396 दर्ज किया गया. आज सोमवार की सुबह भी प्रदूषण का स्तर में कोई भी सुधार नहीं हुआ.
बच्चों और बुजुर्गों के लिए ज्यादा खतरा
खराब हवा का असर सबसे ज्यादा बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारी से पीड़ित लोगों पर पड़ रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे हालात में अनावश्यक बाहर निकलने से बचना चाहिए और मास्क का इस्तेमाल जरूरी है. भारत मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के कई राज्यों में अगले एक हफ्ते तक घने कोहरे का असर बना रहेगा. हिमाचल प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 10 से ज्यादा राज्यों में येलो अलर्ट लागू है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में 23 दिसंबर तक घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी 25 से 28 दिसंबर के बीच कोहरे के और घने होने का अनुमान है.

