Defense: आतंकियों के खिलाफ वर्ष 2016 में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक, वर्ष 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक और इस साल किया गया ऑपरेशन सिंदूर देश के नागरिकों की सुरक्षा और गोलिक अखंडता सुनिश्चित करने के सरकार के फैसले को दर्शाता है. जब भी देश के गौरव और सम्मान को कोई चुनौती देता है तो हम कभी समझौता नहीं करते हैं. पहलगाम हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई में आतंकियों का धर्म नहीं पूछा ना ही आम नागरिकों और सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना बनाया. जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही.
जैन हेरिटेज को किया जायेगा संरक्षित
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की बढ़ती सैन्य और आर्थिक ताकत किसी पर एकाधिकार जमाना नहीं बल्कि भगवान महावीर के सांस्कृतिक मूल्य, आध्यात्मिक परंपरा और मानवता के विचार की रक्षा करना है. जैन समाज से जुड़े प्रसिद्ध हस्तियों जैसे डॉक्टर विक्रम साराभाई, डॉक्टर डीएस कोठारी, डॉक्टर जगदीश चंद्र जैन और डॉक्टर मीनाक्षी जैन के काम आज भी देश को प्रेरणा प्रदान कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार जैन हेरिटेज को संरक्षित करने के लिए कदम उठा रही है. इसके तहत तीर्थंकर के 20 चोरी किए गए मूर्ति को विदेश से वापस लाने, प्राकृत भाषा को मान्यता देने का काम किया जा रहा है. देश के लोगों को भगवान महावीर और जैन धर्म के अहिंसा, सच्चाई और अपरिग्रह से सीख लेने की अपील की ताकि देश वर्ष 2047 तक विकसित बन सके.
रक्षा क्षेत्र में देश बन रहा है आत्मनिर्भर
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा क्षेत्र ने तेजी से प्रगति की है. रक्षा क्षेत्र में निर्यात तेज गति से बढ़ रहा है. वर्ष 2014 में रक्षा क्षेत्र में निर्यात लगभग 600 करोड़ रुपये थे, जो अब बढ़कर 24000 करोड़ रुपये हो गया है. ऐसी उम्मीद है कि वर्ष 2029 तक रक्षा निर्यात बढ़कर 50000 करोड़ रुपये हो जाएगा. तेजस लड़ाकू विमान से आकाश मिसाइल और अर्जुन टैंक से लेकर अन्य रक्षा उपकरण का निर्माण मेड इन इंडिया हो रहा है और भारतीय सेना अब मेड इन इंडिया हथियारों का अधिक प्रयोग कर रही है. रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए हाल ही में एचएएल के साथ 97 तेजस लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता किया गया है. इस विमान में 64 फीसदी उपकरण स्वदेशी होंगे.
आने वाले समय में फैक्ट्री ऑफ वर्ल्ड बनेगा भारत
आज भारत खिलौने से लेकर टैंक का निर्माण कर रहा है. भारत तेजी से मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर विकसित हो रहा है और आने वाले समय में फैक्ट्री ऑफ वर्ल्ड बन सकता है. सरकार की नीयत और नीति के कारण ऐसा संभव हो रहा है. रक्षा मंत्री ने कहा कि मौजूदा समय में भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वर्ष 2030 में यह 7.3 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी. इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड के रिपोर्ट के अनुसार औसत विकास दर के अनुसार वर्ष 2038 में परचेजिंग पावर पैरिटी के पैमाने पर भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो सकती है.
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