भुवनेश्वर : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आत्मसंतोष के खिलाफ पार्टी नेताओं को सचेत करते हुये कहा कि अभी शिखर पर पहुंचना बाकी है और साथ ही उन्होंने उन राज्यों में पार्टी के विस्तार की योजनाएं रखीं, जहां वह पारंपरिक तौर पर कमजोर है.
भाजपा की यहां दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी के उद्घाटन भाषण में यह भी कहा कि पार्टी का ‘‘स्वर्ण युग” तब आएगा, जब वह पंचायत से लेकर संसद तक देश भर में शासन करेगी. दक्षिण और पूर्वी भारत में पार्टी की बढ़त की महत्वाकांक्षी योजना पेश करते हुये शाह ने इस दावे को खारिज कर दिया कि मध्य और पश्चिम भारत में दबदबे तथा असम और मणिपुर जैसे राज्यों में पहली बार जीत के साथ भगवा पार्टी अपने चरम पर है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पार्टी के शीर्ष नेता इस मौके पर मौजूद थे. शाह ने संगठन से हिमाचल प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव के अगले चरण के लिए जीत का संकल्प लेने के लिए कहा, जैसा कि इलाहाबाद में पिछले साल हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावों के लिए लिया गया था.
बैठक में पार्टी के 13 मुख्यमंत्री भी मौजूद थे. यह संख्या भाजपा की स्थापना से लेकर अब तक की सबसे ज्यादा संख्या है. शाह ने केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा जैसे राज्यों में पार्टी की बढ़त की संभावनाओं के बारे में बात करते हुये कहा कि वह पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए 95 दिन देश की यात्रा करेंगे तथा उन्होंने वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों को संगठन को मजबूत करने के लिए 15 दिन देने के लिए कहा.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का अभी शीर्ष पर पहुंचना बाकी है. इसका स्वर्ण युग तब आएगा, जब वह देशभर में पंचायत से लेकर विधानसभाओं और संसद तक शासन करेगी.” केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पार्टी नेताओं की बंद कमरे में हुई बैठक में शाह के भाषण के बारे में संवाददाताओं को जानकारी दी. हालांकि, वह भाजपा शासित राजस्थान में गो रक्षकों द्वारा की गई एक व्यक्ति की हत्या और कश्मीर में गतिरोध बढ़ने जैसे हाल के विवादित मुद्दों को टाल गये.
उन्होंने कहा कि पार्टी का स्वर्ण युग, भारत का स्वर्ण युग होगा और यह दुनिया में एक महान राष्ट्र के रुप में उभरेगा. शाह ने कहा कि वह मोदी सरकार की गरीब समर्थक और कल्याणकारी नीतियों के कारण राज्यों में चुनाव जीती हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आजादी के बाद से सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता हैं.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को हराकर पार्टी ने यह मिथक तोड़ दिया कि वह कांग्रेस को तो हरा सकती है लेकिन क्षेत्रीय दलों को नहीं और उन्होंने कहा कि भाजपा ओडिशा में ऐसा ही प्रदर्शन दोहराने में सक्षम है. शाह ने कहा, ‘‘हम असम और मणिपुर जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में भी कमजोर थे लेकिन इन दो राज्यों में भाजपा ने सरकार बनाई. हम ओडिशा में भी जीतेंगे.”