8:00PM :वरदा तूफान से 47 झोपड़ी, 3384 पेड़ व 3400 बिजली के पोल गिर गये
7:58PM :वरदा तूफान से चार की मौत : दो चेन्नई , एक कांचीपुरम और एक नागापट्टनम में तूफान से मारे गये लोग
5:51PM : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पनीरसेल्वम से बात की
5:10PM :राष्ट्रीय आपदा प्रंबंधन प्राधिकार के अनुसार अभी तक वरदा तूफान से दो लोगों की मौत हो गयी जबकि 24 झोपड़ी क्षतिग्रस्त हो गया है
4:50PM :उत्तर चेन्नई, तिरुवल्लुर जिले के पझावेरकादु और कांचीपुरम के ममल्लापुरम के गांवों से करीब आठ हजार लोगों को 95 राहत शिविरों में सुरक्षित तरीके से पहुंचाया गया
4:41PM :तमिलनाडु सरकार ने 1से 4 बजे बीच लोगों से बाहर नहीं आने की अपील की है
4:29PM : चेन्नई में तूफान से पैदा खतरों के बीच सेना के जवान का राहत व बचाव कार्य जारी
4:18PM : चेन्नई में भारी बारिश से शहर अस्त -व्यस्त
4:13 PM : चेन्नई में 3 से 6 बजे के बीच भारी बारिश होने की संभावना
4:07PM :वरदा चक्रवात को देखते हुए कलपक्कम परमाणु संयंत्र को लेकर एहतियात बरत रही है सरकार
3:53PM : मौसम विभाग का अनुमान चेन्नई व नेल्लोर शहर तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकता है
3:43PM : वरदा तूफान से तमिलनाडु में दो की मौत
3:42 PM: आंध्र प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश हो रही है.
3:39PM :रेलवे के एडीजी(पीआर ) अनिल सक्सेना ने बताया कि वरदा तूफान से चेन्नई सबअरबन रेलवे बुरी तरह प्रभावित हुआ है, चेन्नई जाने वाले ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर दिया गया है.
भीषण चक्रवाती तूफान वरदा चेन्नई के तटों से टकराया है. पूरे इलाके में तेज हवाएं चल रही है और भारी बारिश भी हो रही है. कई मजबूत पेड़ उखड़ गये हैं. शहर में भारी ट्रैफिक जाम का नजारा देखने को मिल रहा है. शहर एवं तमिलनाडु के तटीय जिलों तिरुवल्लूर एवं कांचीपुरम में आज सुबह से भारी बारिश होती रही. निचले इलाकों में पानी भर गया और तेज हवाओं के कारण सैकडों पेड़ उखड़ गये. भारतीय मौसम विभाग के दोपहर के बुलेटिन के अनुसार वरदा के तट पर पहुंचने पर इलाके में 100 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने लगी. इन इलाकों के कई हिस्सों में विद्युत आपूर्ति एहतियातन रोक दी गयी है. लोगों को शाम पांच बजे तक घर से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी गयी है. एयरपोर्ट को शाम 4 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है.
#WATCH: Trees uprooted, damage caused in parts of Chennai as heavy rains and strong winds lash the city #CycloneVardah pic.twitter.com/ZPQa0CqifU
— ANI (@ANI_news) December 12, 2016
चक्रवात के तट से टकराने के बाद बारिश बढ़ गयी जिसके कारण कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है. तमिलनाडु सरकार ने विल्लूपुरम के तटीय तालुकों के अलावा चेन्नई, कांचीपुरम एवं तिरुवल्लूर में शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी की घोषणा कर दी है. अधिकारियों ने बताया कि यहां रेल एवं विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं. हवाईअड्डा अधिकारियों ने बताया कि तेज हवाओं और कम दृश्यता के कारण आने वाली कम-से-कम 25 उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन कर उन्हें हैदराबाद और बेंगलूर हवाईअड्डों की ओर ले जाया गया. इनमें विदेशों से आने वाले कुछ विमान भी शामिल रहे.
Outer periphery of #Vardah touches Chennai coast, strong winds cause heavy damage,trees uprooted. Heavy traffic jams in parts of the city
— ANI (@ANI_news) December 12, 2016
अधिकारियों ने बताया कि करीब 25 उड़ानों के संचालन में देरी हुई है. रनवे पर पानी नहीं भरा है. उन्होंने बताया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आपात प्रबंधन दल को तैयार रखा गया है. इस बीच, दक्षिण रेलवे ने चेन्नई तट और वेलाचेरी एमआरटीसी मार्ग पर सेवाएं स्थगित रखने की घोषणा की है. इसी प्रकार एमएमसी-गूम्मिडिपूंडी लाइन पर भी अगले आदेश तक रेल सेवाओं को स्थगित रखा गया है. चेन्नई आने वाली और यहां से रवाना होने वाली कुछ यात्री ट्रेनों के मार्ग में भी परिवर्तन किया गया है. इस तूफान के पश्चिम की ओर बढने और उत्तरी तमिलनाडु एवं आंध्र प्रदेश के निकटवर्ती दक्षिणी तटों की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है.
Sullurpeta (Andhra Pradesh): Crude oil tanker overturns due to strong winds & storm #cyclonevardah pic.twitter.com/PIxwhzTVn6
— ANI (@ANI_news) December 12, 2016
कमजोर होने के बाद भी भारी तबाही मचा सकता है ‘वरदा’
भारतीय मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी प्रभाग के अनुसार, इस समय बेहद उग्र चक्रवाती तूफान वरदा कमजोर होगा लेकिन यह कमजोर होकर भी उग्र चक्रवाती तूफान होगा. तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में एनडीआरएफ के 15 से ज्यादा दल तैनात किये गये हैं. थल सेना, नौसेना एवं वायु सेना के साथ सशस्त्र बलों को भी तैयार रहने को कहा गया है ताकि कभी भी आवश्यकता पड़ने पर उन्हें तैनात किया जा सके. निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में जाने को कहा गया है.
पुडुचेरी में भी आज सुबह से रक रक कर बूंदाबांदी हो रही है. राज्य सरकार ने पर्यटकों एवं अन्य लोगों को समुद्र तट के निकट जाने से रोकने के लिए एहतियातन कदम उठाये हैं. तटवर्ती इलाकों नेल्लोर में बंगाल की खाड़ी के तट के पास सात मंडलों के 9,400 से अधिक लोगों को आज सुबह भारी बारिश के बीच राहत शिविरों में भेजा गया. समुद्र तट के पास ढाई किलोमीटर लंबी पूरी सड़क पर पुलिस बल तैनात किये गये हैं और समुद्र तट की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर अवरोधक लगाये गये हैं. सभी स्कूल एवं कॉलेज आज बंद हैं.
एनडीआरएफ की टीम के साथ सेना ने भी संभाला मोर्चा
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख आरके पचनंदा ने बताया कि आठ दल पहले ही तमिलनाडु के विभिन्न इलाकों में और सात आंध्र प्रदेश में तैनात हैं. कुछ दल आसपास के इलाकों में हैं. एनडीआरएफ के महानिदेशक ने कहा, ‘अराकोणम और गुंटूर में कुछ अन्य दलों को अलर्ट पर रखा गया है ताकि जरुरत पड़ने पर उन्हें तत्काल भेजा जा सके. हम दोनों राज्यों की सरकारों, भारतीय मौसम विभाग और अन्य राहत एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं.’
आंध्र प्रदेश के चित्तूर एवं नेल्लोर के भी प्रभावित होने की आशंका है. तमिलनाडु के आठ मछुआरों को श्रीहरिकोटा हाई अल्टीट्यूड रेंज के निकट समुद्र से बचाया गया जबकि 10 अन्य लोगों की तलाश जारी है. पवित्र तिरुमला पर्वतीय क्षेत्र में कल रात से बारिश हो रही है जिसके कारण भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश ने विशेष परिस्थिति में सेना की मदद लेने की बात कही है. तीनों सेना इसके लिए तैयार हैं. अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने टेलीकान्फ्रेंस के जरिए हालात का जायजा लिया और राज्य की एजेंसियों से अत्यधिक सतर्क रहने को कहा है, ताकि जानमाल का नुकसान होने से बचाया जा सके.