चेन्नई : मछुआरों के मुद्दे को एक बार फिर से उठाते हुए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने कहा है कि भारतीय मछुआरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार से बार-बार अपील किए जाने के बावजूद श्रीलंकाई नौसेना की ‘‘आक्रामक गतिविधियों ” के चलते समुद्र में स्थिति ‘‘जोखिमपूर्ण” बनी हुई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे एक पत्र में जयललिता ने रामेश्वरम में समुद्र में मछली पकडने निकले चार भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि 31 मई के बाद से यह ऐसी तीसरी घटना है.
उन्होंने कहा कि इस समय कुल 15 मछुआरे और 91 नौकाएं श्रीलंकाई सरकार के कब्जे में हैं. उन्होंने इन मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के हस्तक्षेप की मांग की. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कई मौकों पर मोदी को लिखा है. उन्होंने इस संबंध में कहा कि तमिलनाडु के तटीय जिलों से ताल्लुक रखने वाले निर्दोष भारतीय मछुआरों के अपहरण और गिरफ्तारी की बार बार हो रही घटनाएं परेशान करने वाली हैं जो अपने पारंपरिक जल क्षेत्र में अपनी आजीविका कमाने निकले थे.
छह जून को लिखे पत्र को राज्य सरकार द्वारा आज जारी किया गया. जयललिता ने कहा कि वह केंद्र से अपील करती रही हैं कि वह तमिलनाडु के भारतीय मछुआरों के अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए मजबूती से राजनीतिक पहल करें. उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे निर्दोष मछुआरों की सुरक्षा और संरक्षा सुनिश्चित करने और आजीविका के इस संवेदनशील मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने की बार बार अपील किए जाने के बावजूद श्रीलंकाई नौसेना की आक्रामक गतिविधियों के कारण समुद्र में स्थिति जोखिमपूर्ण बनी हुई है.”