अहमदाबाद : नृत्यांगना मल्लिका साराभाई ने उनकी मां मृणालिनी के निधन पर श्रद्धांजलि व्यक्त नहीं करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह उनकी घृणा वाली मानसिकता दर्शाता है. शास्त्रीय नृत्यांगना से सामाजिक कार्यकर्ता बनीं मल्लिका ने उनकी मां के निधन पर शोक प्रकट नहीं करने को लेकर मोदी के प्रति नाराजगी जताई. मृणालिनी भी गुजरात की ही थीं.
मल्लिका ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के खिलाफ 2009 का लोकसभा चुनाव लडा था जिसमें वह हार गयी थीं. उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘मेरे प्रिय प्रधानमंत्री. आप मेरी राजनीति से नफरत करते हैं और मैं आपकी राजनीति से. लेकिन उसका उससे कोई लेना-देना नहीं है जो मृणालिनी साराभाई ने अपने देश की संस्कृति को दुनियाभर में पिछले छह दशक से बढावा देने के लिए किया.’
उन्होंने लिखा, ‘उन्होंने विश्व में हमारी संस्कृति की लौ जलाये रखी. उनके निधन पर आपके द्वारा एक शब्द भी नहीं कहना, आपकी मानसिकता को दर्शाता है. आप मुझसे भले जितनी भी नफरत करते हों लेकिन आपको बतौर प्रधानमंत्री उनके योगदान को स्वीकार करना चाहिए. आपने ऐसा नहीं किया. आप पर शर्म आती है.’
प्रसिद्ध नृत्यांगना और पद्म पुरस्कार से सम्मानित मृणालिनी साराभाई का कल यहां वृद्धावस्था से जुडी समस्याओं की वजह से निधन हो गया था. वह 97 साल की थीं. शास्त्रीय नृत्य की प्रतिनिधि मृणालिनी ने आधुनिक समाज की समस्याओं को सभी के सामने लाने के लिए अपनी कला का इस्तेमाल किया.
मल्लिका मोदी के वर्ष 2001 में सत्ता संभालने के बाद से ही उनकी बडी मुखर आलोचक रही हैं. उन्होंने वर्ष 2002 के दंगों को लेकर मोदी की अगुवाई वाले प्रशासन के खिलाफ जनहित याचिका दायर की थी और भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था.
गुजरात पुलिस ने भी मल्लिका के खिलाफ अपने नृत्य दल के हिस्से के रुप में भारतीयों की अमेरिका में अवैध तस्करी करने को लेकर मामला दर्ज किया था. लेकिन अदालतों ने उस मामले में मल्लिका को क्लीनचिट दी.