नयी दिल्ली/रांची : दिल्ली से रांची जा रहा बीएसएफ का विमान आज सुबह 9.45 बजे के करीब दिल्ली के द्वारका इलाके के निकट बाडोलागांव व शाहबाद के निकट क्रैश कर गया. जिसमें सवार सभी दस लोग मारे गये हैं. विमानन मंत्री महेश शर्मा ने सभी दस सवार के मारे जाने की पुष्टि की है. घटनास्थल का जायजा स्वयं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लिया. इस विमान हादसे से रांची में बीएसएफ कैंप में मातम पसर गया है. यहां के बीएसएफ को लोग अपने साथी के आकस्मिक निधन से काफी मर्माहत हैं. रांची एयरपोर्ट ऑथोरिटी भी इस हादसे के बाद दिल्ली के संपर्क में है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि मृतकों के संंबंध में भी जानकारी जुटायी जा रही है.
विमान में बीएसएफकीइंजीनियरिंगटीम के लोग थे, जो रांची जा रहे थे.मृतकों में सात इंजीनियरिंग टीम के व तीन चालक दल के सदस्य थे. विमान का नाम सुपर किंग बताया जाता है, जो वीआइपीमूवमेंटके लिए भी उपयोग किया जाता है. यह विमान 30 साल पुराना बताया जाता है.
बताया जाता है कि 9.35 बजे के आसपास इसचार्टर विमान के उड़ान भरने का समय था और उड़ान भरने के साथ विमान में पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का अहसास हुआ, जिसके बाद विमान को एयरपोर्ट के रनवे नंबर 10 पर पर लैंडिंग की अनुमति दी गयी. पर, लैंडिंग के दौरान ही विमान हादसा हो गया.
यह दुर्घटना द्वारका के सेक्टर आठ के आसपास हुई है. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद धुआं का गुबार उत्पन्न हो गया. विमान दिल्ली एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश कर गया. दुर्घटना स्थलपरउड्डयन विभाग व दमकल विभाग की टीम पहुंच कर राहत बचाव में जुट गयी है.
बीएसएफ के डीजी ने पुष्टि कर दी है कि बीएसएफ का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. उन्होंने एक न्यूज चैनल को बताया कि विमान में दस लोग थे, जो रांची जा रहा था.
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने स्वयं घटनास्थल का जायला लियाव बीएसएफ डीजी को भी घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है.
पीड़ितों की पहचान विमान के प्रमुख चालक और बीएसएफ के उप कमांडेंट भगवती प्रसाद भट्ट, एसएसबी के सेकेंड-इन-कमांड और विमान के सहचालक राजेश शिवरैन, उप कमांडेंट डी कुमार, इंस्पेक्टर राघवेंद्र कुमार यादव, इंस्पेक्टर एस एन शर्मा, सब-इंस्पेक्टर -रवींद्र कुमार, सुरेंद्र सिंह, सीएल शर्मा, एएसआइ डी पी चौहान और कॉन्सटेबल के आर रावत के रूप में हुई है.
बल के प्रवक्ता ने कहा कि कुल 11 सीटों वाला यह विमान वर्ष 1994-95 में बीएसएफ में शामिल किया गया था.
बीएसएफ के प्रमुख डीके पाठक और एसएसबी के प्रमुख बीडी शर्मा गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ मौके पर पहुंच चुके हैं.
पीडितों की पहचान
पीडितों की पहचान विमान के प्रमुख चालक और बीएसएफ के उप कमांडेंट भगवती प्रसाद भट्ट, एसएसबी के सेकेंड-इन-कमांड और विमान के सहचालक राजेश शिवरैन, उप कमांडेंट डी कुमार, इंस्पेक्टर राघवेंद्र कुमार यादव, इंस्पेक्टर एस एन शर्मा, सब-इंस्पेक्टर – रविंद्र कुमार, सुरेंद्र सिंह, सी एल शर्मा, एएसआई डी पी चौहान और कॉन्सटेबल के आर रावत के रुप में हुई है. बल के प्रवक्ता ने कहा कि कुल 11 सीटों वाला यह विमान वर्ष 1994-95 में बीएसएफ में शामिल किया गया था.