नयी दिल्ली: संसद नेआज भोपाल गैस त्रासदी की 31वीं बरसी पर इसके पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी और दोनों सदनों के सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर सम्मान प्रकट किया. लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने बताया किआज भोपाल गैस त्रासदी की 31वीं बरसी है. इस दिन 1984 में भोपाल में दुनिया की सबसे भयावह औद्योगिकी त्रासदी हुई थी. मिथाइल आइसो साइनाइड और अन्य विषैले गैसों के स्राव के कारण हजारों लोग मारे गये थे और हजारों लोग प्रभावित हुए थे.
उन्होेंने कहा कि इस त्रासदी की भयावहता इतनी अधिक थी कि इसके बाद जन्म लेने वाले बच्चे भी इससे प्रभावित रहे. अध्यक्ष ने कहा कि सदन इस त्रासदी के पीड़ितों के प्रति अपना समर्थन की पुन: पुष्टि करती है. इसके बाद सदन के सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि व्यक्त की. उधर, राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने भोपाल त्रासदी में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि दी.
उन्होंने कहा कि मानव निर्मित इस त्रासदी की किसी अन्य घटना से तुलना नहीं हो सकती. उन्होंने इस प्रकार की त्रासदियों की रोकथाम के लिए कड़े कानूनों को बनाये जाने की आवश्यता पर बल दिया इसके बाद सदन के सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर पीड़ितों को श्रद्धांजलि व्यक्त की.