नयी दिल्ली : सरकार रामायण और महाभारत जैसे प्रचीन गंथों के साथ देश की स्वाधीनता की लडाई में प्राणों की आहुति देने वाले बटुकेश्वर दत्त, सुखदेव, अशफाकउल्लाह खान जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में डाक टिकट जारी करेगी. भारतीय डाक विभाग मोहम्मद रफी और किशोर कुमार जैसे मशहूर कलाकारों के सम्मान में भी डाक टिकट जारी करेगा.
यहां महिला सशक्तिकरण के उपर एक डाक टिकट जारी करते हुए दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा, मैंने इस बारे में डाक टिकट संग्रह बोर्ड के साथ चर्चा की है. डाक टिकटें रामायण और महाभारत श्रृंखला पर जारी की जानी चाहिए. यह देश की महान सांस्कृतिक धारणाओं का सम्मान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि विभिन्न हस्तियों पर जारी डाक टिकटें केवल स्मृति के तौर पर सहेज कर रखने के लिये नहीं बल्कि नियमित उपयोग के लिये उपलब्ध होंगी.
प्रसाद ने कहा, अगर कोई चाहता है कि सुभाष चंद्र बोस पर डाक टिकट हो, यह डाकघर में उपलब्ध होना चाहिए. अगर कोई चाहता है कि भगत सिंह पर डाक टिकट हो, इसे उपलब्ध होना चाहिए. हमारी सरकार का रुख बिल्कुल साफ है कि विभिन्न लोगों ने देश के निर्माण में योगदान दिया है. इसे करने का तरीका अलग-अलग हो सकता है, लेकिन हम सबका सम्मान करेंगे. मंत्री ने कहा कि उन्होंने डाक विभाग को निर्देश दिया है कि वह देश भर में प्रमुख हस्तियों पर डाक टिकटें नियमित इस्तेमाल के लिये उपलब्ध कराये.
सरकार भाकपा के अनुरोध पर वापंथी नेता तथा पूर्व सांसद भुपेश गुप्त पर डाक टिकट जारी करेगी. उन्होंने कहा कि सुखदेव, बटुकेश्वर दत्त, अशफाकउल्लाह, रामप्रसाद बिस्मिल और खुदीराम बोस पर डाक टिकटें जारी की जाएंगी. दूरसंचावर मंत्री ने चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजगुरु तथा अन्य स्वतंत्रता सेनानी के नामों का जिक्र किया जिनकी टिकटें सामान्य प्रयोग के लिए उपलब्ध होंगी. भारतीय डाक इन स्वतंत्रता सेनानियों की याद में ये डाक टिकटें जारी कर चुका है.
प्रसाद ने कहा कि मोहम्मद रफी, किशोर कुमार, हेमंत कुमार, मन्ना डे, मुकेश जैसे प्रसिद्ध गायकों के सम्मान में नियमित उपयोग के लिये भी डाक टिकटें जारी की जाएंगी. प्रसाद ने महिला सशक्तीकरण के संबंध में 2500 वर्ष पहले बिहार गये आदि शंकराचार्य से ब्राह्मण विद्वान मंडन मिश्र द्वारा पहले अपनी पत्नी से शास्त्रार्थ करने की चुनौती दिये जाने का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि उस समय भी एक ब्राह्मण दार्शनिक की पत्नी को एक अज्ञात सन्यासी से शास्त्रार्थ करने की अनुमति दी गयी. इस अवसर पर भाजपा की संसाद मीनाक्षी लेखी भी उपस्थित थीं.