श्रीनगर : जम्मू कश्मीर पुलिस ने आज पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद नावेद को पकडकर सुरक्षा बलों के हवाले करने वाले दो नागरिकों के नाम की अनुशंसा शौर्य चक्र वीरता पदक के लिए की है. पुलिस ने दोनों की नियुक्ति का आदेश भी दिया है. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां कहा ‘उधमपुर जिले के चिरदी गांव के जंगलों में पांच अगस्त को दो नागरिकों द्वारा पाकिस्तानी आंतकवादी को पकडने के उनके साहस भरे काम के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस ने आज प्रतिष्ठित शौर्य चक्र के लिए उनके नाम की अनुशंसा के अलावा नियुक्ति का आदेश भी जारी किया है.’
पुलिस महानिदेशक के राजेंद्र कुमार ने उधमपुर के नारसू चिरदी क्षेत्र में वर्तमान में रहने वाले पखलई निवासी राकेश कुमार शर्मा को राज्य पुलिस में कांस्टेबल के पद पर नियुक्ति का आदेश जारी किया है. प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस मुख्यालय ने जम्मू के नानक नगर क्षेत्र निवासी बिक्रमजीत की विभाग में अनुचर के रूप में नियुक्ति के लिये तय अहर्ताओं में छूट के लिए सरकार से अनुशंसा की है.
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने उधमपुर जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक काफिले पर पांच अगस्त को सुबह हमला किया जिसमें दो जवान शहीद हो गये. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दो आतंकवादियों को मारा गिराया, जबकि एक आतंकी को जिंदा पकड़ लिया. जिंदा पकड़े गये आतंकी ने अपनी पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में बतायी है और अपना नाम कासिम खान बताया है.
उधमपुर में पिछले एक दशक से अधिक समय में यह इस प्रकार का पहला हमला है. आतंकी को जिंद पकड़ने में अहम भूमिका स्थानीय नागरिक विक्रमजीत सिंह और राजेंद्र कुमार ने निभायी थी. आतंकी के पकड़े जाने के बाद विक्रमजीत ने बताया कि आतंकवादी ने उन्हें धमकी दी कि यदि उन्होंने उसे रास्ता नहीं दिखाया तो वह उनके परिवार को जान से मार डालेगा.
उन्होंने कहा कि उसे कुछ खाने की भी पेशकश की गयी. देशराज, सुभाष शर्मा और जीवन जहां भागने में सफल रहे, वहीं विक्रमजीत और राकेश ने आतंकवादियों से मुकाबला किया और काफी संघर्ष के बाद उसे पकड लिया. विक्रमजीत ने कहा, मैंने उसकी गर्दन पकडी और उसने (राकेश ने) उसकी बंदूक पकड ली. उसने (आतंकवादी ने) कुछ गोलियां चलाई लेकिन हम बाल-बाल बच गये और उसे पकड लिया.

