MGNREGA vs G RAM G: वीबी जी राम जी पर, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, G RAM G बिल पर चर्चा के दौरान मौजूद रहने के बजाय, वह (राहुल गांधी) अपनी महीने भर की विदेश यात्रा पर चले गए. लौटने के बाद, उनका रोज का काम नीतियों की आलोचना करना है. हम बहुत साफ तौर पर कहना चाहते हैं कि कांग्रेस पार्टी द्वारा फैलाया गया भ्रम का प्रोपेगेंडा पूरी तरह से बेबुनियाद है. इस योजना में, रोजगार की गारंटी 100 दिन से बढ़ाकर 125 दिन कर दी गई है. जो मजदूर काम करेगा, उसे सीधे पेमेंट मिलेगा; उनके नाम पर कोई धोखाधड़ी मुमकिन नहीं होगी. राज्यों को अपने-अपने फसल के मौसम के दौरान इस योजना को 60 दिनों के लिए सस्पेंड करने का अधिकार दिया गया है ताकि मजदूरों को कहीं और जाए बिना अपने ही गांवों में रोजगार के मौके मिल सकें.
कांग्रेस ने MGNREGA को भ्रष्टाचार से भरी व्यवस्था बना दिया था : बीजेपी
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा- कांग्रेस पार्टी, जिसने MGNREGA को भ्रष्टाचार से भरी व्यवस्था के तौर पर बनाया था, अब उसने देखा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे एक ऐसी योजना में बदल दिया है जो विकास, रोजगार और विकसित भारत में गांवों के लिए एक नए विजन को सामने लाने में योगदान दे रही है.
राहुल ने प्रधानमंत्री पर योजना खत्म करने का आरोप लगाया
कांग्रेस ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के विषय पर मोदी सरकार को घेरने की रणनीति के तहत आगामी पांच जनवरी से देशव्यापी स्तर पर ‘मनरेगा बचाओ अभियान’ शुरू करने का फैसला किया है. पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि मनरेगा खत्म करने का फैसला सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और ऐसा करते समय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा कैबिनेट से विचार-विमर्श नहीं किया गया. कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में मनरेगा पर विस्तार से चर्चा हुई और इसमें शामिल 91 नेताओं ने एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने की शपथ ली.
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