नयी दिल्ली : संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू हुआ है, लेकिन अब तक एक भी दिन संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चली है. संसद में जारी गतिरोध को खत्म करने के लिए सरकार ने आज दोपहर 12 बजे सर्वदलीय बैठक बुलायी है. सरकार इस प्रयास में जुटी है कि संसद में जारी गतिरोध किसी तरह समाप्त हो जाये.
संभव है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुप्पी तोड़ें और ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले पर बयान दें. सर्वदलीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ बैठक की. ऐसा नहीं है कि नरेंद्र मोदी पहली बार गतिरोध समाप्त करने के लिए मामले में दखल दे रहे हैं, इससे पहले भी वे कई बार संसद में जारी गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास कर चुके हैं.
गौरतलब है कि संसद के मानसून सत्र की शुरुआत 21 जुलाई को हुई थी, लेकिन एक भी दिन संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चली. अब सत्र के मात्र 11 दिन शेष हैं, ऐसे में सरकार कार्यवाही चलाने के प्रयास में जुटी हैं. ललित मोदी प्रकरण में विपक्ष विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग कर रहा.
सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस शामिल होगी या नहीं इसपर लोगों की नजरें टिकी थीं, लेकिन कांग्रेस ने यह साफ कर दिया है कि वह बैठक में हिस्सा लेगी. लेकिन कांग्रेस अपने स्टैंड पर कायम है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक से पहले यह कहा है कि हमारी मांग जायज है और जब तक इस्तीफा नहीं होगा, संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चलेगी. वही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नरेंद्र मोदी पर यह आरोप लगाया है कि उनका काम पर ध्यान नहीं है, वे सिर्फ अपनी मार्केटिंग में जुटे हैं. ऐसे में सर्वदलीय बैठक का नतीजा सिफ र होगा, यह बात तय हो चुकी है.