राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम का कल शिलांग में निधन हो गया. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी है. प्रधानमंत्री राष्ट्रपति ने उनके निधन पर शोक जताया है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि वे जीवभर जनता के राष्ट्रपति रहे और मृत्यु के बाद भी रहेंगे, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना पथप्रदर्शक बताया है.
इसरो के चीफ किरण कुमार ने कहा कि डॉ कलाम का रॉकेट टेक्नोलॉजी में अहम योगदान है और हम उन्हें विशेषज्ञ के तौर पर मानते हैं. वे आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही मूल्यों में विश्वास रखते थे. भारत रत्न सीएनआर राव ने डॉ कलाम के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन में उतना सहज सरल व्यक्ति नहीं देखा था.
उनकी दिली ख्वाहिश थी कि भारत का सम्मान बना रहे. उन्होंने आजीवन इसके लिए काम किया. वे यह चाहते थे कि भारत एक शक्तिशाली राष्ट्र बने. वे जिस तरह से संसार को छोड़कर गये हैं, वह अद्भुत है.संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि डॉ कलाम के निधन से पूरा देश सदमे में है.
उन्होंने कहा कि वे अपने देश के महान सपूत थे, उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है. इसरो के पूर्व प्रमुख जी माधवन ने कहा कि डॉ कलाम का जाना भारत और पूरी दुनिया के वैज्ञानिक समूह के लिए अपूरणीय क्षति है. वे मानते थे कि देश का विकास विज्ञान और प्रौद्योगिकी के जरिये ही संभव है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डॉ कलाम के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वे आम आदमी के राष्ट्रपति थे और उनसे आम आदमी जुड़ाव महसूस करता था. उनका निधन अपूरणीय क्षति है.