श्रीनगर : जम्मू कश्मीर में हाल के आतंकवादी हमलों और धमकियों से प्रभावित 1,058 मोबाइल ट्रांसमिशन टावरों में से 600 से अधिक टावरों को चालू कर दिया गया है. शेष को परिचालन में लाने के लिये कदम उठाये जा रहे हैं. उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार विभिन्न कंपनियों के राज्य में लगे कुल 2,903 टावरों में से 1,058 टावर आतंकवादियों के हमलों तथा धमकियों की वजह से बंद हैं. आतंकवादियों ने उन मकान मालिकों को धमकी दी है जिनके परिसर में ये टावर लगाये गये हैं.
सूत्रों ने बताया कि पुलिस दूरसंचार कंपनियों की सहायता से कम समय में 609 मोबाइल टावरों को परिचालन में ले आयी है. एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने पुलिस को मोबाइल टावरों तथा उसके रख-रखाव से जुडे लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया था. इससे सर्वाधिक प्रभावित सोपोर, पुलिस जिला रहा जहां आतंकवादियों के लगातार हमलों से दो को छोडकर सभी 177 टावर बंद थे. इन हमलों में दो लोगों की मौत हो गयी जबकि तीन अन्य जख्मी हो गये.
सूत्रों के अनुसार पुलिस 59 टावरों को परिचालन में ले आई है. सोपोर को छोडकर बारामुला जिले में 185 प्रभावित टावरों में से 110 को परिचालन में ले आया गया है जबकि श्रीनगर में 141 में से 91 को चालू कर दिया गया है. श्रीनगर में कुल 714 टावर हैं. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिला तथा हंदवाडा पुलिस जिले को छोडकर कुपवाडा इस संकट से अप्रभावित है. इन दोनों जिलों में 485 टावर लगे हैं और सभी काम कर रहे हैं.
पुलवामा जिले में 123 टावरों में से 101 टावर तथा अवंतीपोरा में 140 टावरों में से 50 प्रतिशत से अधिक आतंकवादियों की धमकी से प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री ने कल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कश्मीर में टावरों को निशाना बनाकर आतंकवादियों के लगातार हमलों से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने पुलिस को मोबाइल टावरों तथा उसके रख-रखाव से जुडे लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया. उन्होंने इस पर कडा एतराज जताया और कहा कि मोबाइल तथा इंटरनेट सेवा आधुनिक समय का अभिन्न हिस्सा बन गया है. राजनीतिक दलों ने हमलों की निंदा की है.