निर्मल (तेलंगाना) : किसानों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सूखाग्रस्त गांवों में उनसे बातचीत कर उनकी समस्याएं जानने के लिए आज आदिलाबाद जिले के कोरातिकल गांव से 15 किमी की पदयात्रा शुरू की. राहुल ने वेलमा राजेश्वर नामक किसान के परिवार वालों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी. वेलमा ने करीब 12 लाख रुपये का कर्ज न चुका पाने की वजह से आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने राजेश्वर की पत्नी को दो लाख रुपये का चेक सौंपा.
On the way to Laxmanchanda #RGVisitsTelangana pic.twitter.com/NrZGXlHrI9
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 15, 2015
अमेठी के 44 वर्षीय सांसद राहुल लक्ष्मणचंदा, राचापुर और वदियाल गांवों के उन चार और किसानों के परिवार वालों से भी मुलाकात करेंगे जिन्होंने रिण का भुगतान न कर पाने की वजह से कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
आपको बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने संसद में मोदी सरकार पर हमला किया था और हालिया सप्ताह में पंजाब और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में किसानों तक पहुंचने की कोशिश की. वह पिछले साल दो जून को आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद बने तेलंगाना का पहली बार दौरा कर रहे हैं.
आदिलाबाद जिले में किसानों के मुद्दों को रेखांकित करने के लिए पदयात्रा की खातिर कल रात तेलंगाना पहुंचे. राहुल गुरूवार शाम नई दिल्ली से मध्य महाराष्ट्र के नांदेड उतरे जहां से वह सडक मार्ग से रात में तेलंगाना के आदिलाबाद जिले के निर्मल पहुंचे. तेलंगाना कांग्रेस अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी, कार्यकारी अध्यक्ष मल्लू भट्टी विक्रमार्क और कई अन्य पार्टी नेताओं ने गांधी का स्वागत किया. अमेठी के 44 वर्षीय सांसद राहुल गांधी को आदिलाबाद दौरे के लिए हैदराबाद उतरना था लेकिन उनका कार्यक्रम बदल गया और वह नांदेड में उतरे.
कांग्रेस नेता शुक्रवार सुबह आदिलाबाद जिले में 15 किलोमीटर की पदयात्रा समाप्त कर किसानों को संबोधित करेंगे. वह किसानों से बातचीत करेंगे और उन किसानों के परिवारों को सांत्वना भी देंगे जिन्होंने कथित तौर पर कृषि संकट को लेकर आत्महत्या कर ली थी. तेलंगाना के कांग्रेस नेताओं ने जोर देकर कहा कि राहुल गांधी की पदायात्रा किसानों में भरोसा की भावना उत्पन्न करेगी. मुख्य विपक्षी कांग्रेस का तेदेपा और भाजपा पर आरोप है कि पिछले वर्ष जून में तेलंगाना में टीआरएस की सरकार आने के बाद से सैकडों किसानों ने कृषि संकट के चलते आत्महत्या कर ली. इस आरोप का राज्य प्रशासन खंडन करता रहा है. इस बीच टीआरएस ने कहा कि कांग्रेस को किसानों के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.