नयी दिल्ली : आसाराम बापू ने ट्रांजिट जमानत के लिए दाखिल की गयी अर्जी को वापस ले लिया है. गुजरात हाईकोर्ट ने उनकी अर्जी को देखने के बाद कहा कि या तो वे अर्जी वापस ले लें या फिर कोर्ट उसे खारिज कर देगी. कोर्ट के निर्देश के बाद आसाराम बापू ने अर्जी वापस ले ली. इससे पहले उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए ट्रांजिट जमानत के लिए अर्जी लगायी थी.
आसाराम अस्वस्थ,आज नहीं जा पाएंगे जोधपुर:नारायण साईं
एक नाबालिग किशोरी के कथित यौन शोषण के आरोप में फंसे आसाराम अचानक स्वास्थ्य खराब होने की वजह से आज जोधपुर जाकर पुलिस के सामने समर्पण नहीं करेंगे.
उन्होंने कहा कि जोधपुर पुलिस द्वारा दर्ज प्रकरण में वह :आसाराम: पूरी तरह सहयोग करने को तैयार हैं. यह पूछने पर कि तबियत खराब होने पर क्या चिकित्सकों का इलाज चल रहा है, उन्होने बताया कि आसाराम अंग्रेजी दवाएं नहीं लेते हैं, उनका इलाज वैद्यराज करते हैं और पंचकर्म चिकित्सा के लिए उन्हें बुलाया गया है’’ कई बार पूछने पर भी उन्होने यह नहीं बताया कि आसाराम को क्या बीमारी है.
बदले हुए हालात में आसाराम अब जोधपुर कब जाएंगे, इस सवाल के जवाब में नारायण सांई मौन साध गए और संवाददाता सम्मेलन से उठकर चले गए. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस प्रकरण से लगे मानसिक और भावनात्मक आघात की वजह से उनके :नारायण सांई: ससुर देव किशनानी का गत बुधवार rदयाघात से निधन हो गया था. दिवंगत देव किशनानी यहां आसाराम आश्रम के संचालक भी थे. उन्होंने आसाराम के समर्थकों का भी आव्हान किया कि वे सभी धैर्य बनाए रखें. उल्लेखनीय है कि आसाराम एवं उनके पुत्र नारायण सांई कल सुबह यहां देव किशनानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सूरत से यहां आए थे.
कल उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं उनके पुत्र और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना आरोप लगाया है कि उनके साथ जो कुछ हो रहा है, वह ‘मैडम और उनके सुपुत्र’ के इशारे पर हो रहा है.
आसाराम ने कहा, ‘‘मैं किसी पर आरोप भी नहीं लगा रहा हूं, मैंने जो सुना वह आपको बता रहा हूं.’’भाजपा उपाध्यक्ष उमा भारती के उनके समर्थन में खड़े होने को लेकर पूछने पर आसाराम मीडिया पर भड़क गए और नाराज होते हुए उन्होने कहा, ‘‘कोई मेरे बचाव में सामने नहीं आया है, यह गलत बात है, कोई पार्टी मेरे बचाव में नहीं आई है, आप मुझे सताने का प्रयास नहीं करें…’’ आसाराम के मीडिया पर भड़कते ही विमानतल पर मौजूद उनके समर्थकों ने हंगामा शुरु कर दिया और उनमें से कई ने अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया. इसी बीच आसाराम अपने वाहन में बैठकर वहां से चले गए.
एक संवाददाता द्वारा यह पूछने पर कि जोधपुर पुलिस के सामने पेश होने के लिए क्या आपने और समय मांगा है, आसाराम ने कहा, ‘‘मैने कोई समय नहीं मांगा, मैं तो तैयार हूं, मेरे लिए जैसे यहां वैसी जेल, लेकिन जब मैने ये साजिशें सुनीं, तो वहां कोई खिलाने-पिलाने में ‘ब्रेन’ को ऐसा-वैसा कर दे, इसलिए तय किया है कि जेल में अन्न-जल छोड़ दूंगा, ये बात किसी से मैने कही, तो मीडिया में आ गई’’.
उल्लेखनीय है कि आसाराम के समधी एवं उनके पुत्र नारायण सांई के सुसर देव किसनानी का कल यहां दिल का दौरा पडने से निधन हो गया था. किसनानी यहां आसाराम आश्रम के संचालक भी थे. उनके पार्थिव शरीर का आज यहां अंतिम संस्कार होना है.
आसाराम आश्रम को भीमसेना के लोगों ने किया तहस-नहस
नागपुर में बुधवार को आसाराम के आश्रम पर भीमसेना के लोगों ने हमला कर दिया. पुलिस ने बताया कि युवकों के एक समूह के द्वारा नागपुर के पास फेतरी इलाके में आसाराम के आश्रम में कथित रूप से तोड़फोड़ की गई. ये युवक बाईक पर सवार होकर आये थे. हमलावरों ने आसाराम के कुछ अनुयायियों के साथ हाथापाई भी की. यह घटना उस समय हुई जब कुछ अनुयाई आश्रम परिसर में कृष्ण जन्माष्टमी मना रहे थे. हालांकि आसाराम के अनुयाईयों ने एक हमलावर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया जबकि अन्य हमलावर भागने में सफल रहे.
आसाराम को राजनीतिक संरक्षण
आसाराम के अहमदाबाद स्थित आश्रम के पास वर्ष 2008 में मृत मिले दो बच्चों में से एक बच्चे के पिता ने दावा किया कि असली गुनहगार अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं और आसाराम को ‘राजनीतिक संरक्षण’ प्राप्त है. चचेरे भाइयों दीपेश वाघेला (10) और अभिषेक वाघेला (11) तीन जुलाई 2008 को आसाराम द्वारा संचालित आवासीय विद्यालय ‘गुरकुल’ से लापता हो गए थे. दो दिन बाद उनके क्षतविक्षत शव पास में नदी किनारे मिले.